पूर्वी दिल्ली : अपने पार्षदों के निलंबन की मांग को लेकर पूर्वी निगम में नेता विपक्ष कुलदीप कुमार के नेतृत्व में आप पार्टी के सभी पार्षदों एवं मनोनित विधायक ने निगम मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया। निगम मुख्यालय में धरने पर बैठे आप पार्षदों ने सोमवार को महापौर को एक ज्ञापन दिया था जिसमें कहा गया था कि आप पार्षदों का निलंबन तुरन्त समाप्त कर अशोभनीय एवं अभद्र टिप्पणी के लिए पार्षद रोमेश चन्द्र गुप्ता को तुरन्त प्रभाव से निलंबित किया जाये।
वहीं धरने-प्रदर्शन को देखते हुए मंगलवार को पूर्वी निगम मुख्यालय छावनी में तब्दील कर दिया गया । इसके चलते निगम मुख्यालय के सभी गेटों पर बड़ी संख्या में पुलिस एवं अर्धसैनिक बल सहित निगम द्वारा भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। इसके चलते निगम में आने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों, व आम लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अपनी मांगों को लेकर रातभर धरने पर बैठे रहने के बाद सुबह से ही आप के कार्यकर्ता निगम मुख्यालय के बाहर जमा होने शुरू हो गए।
सुरक्षा की दृष्टि से भाजपा ने पहले से ही किसी तरह का विघ्न न पड़े, उसको लेकर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध कर दिए थे, ताकि सदन की बजट बैठक के दौरान आप के पार्षद व एल्डरमैन बैठक में आकर कोई फिर कोई हंगामा न खड़ा कर दें। हंगामे के चलते महापौर अपने कार्यालय में ही नहीं आए और सदन की बैठक शुरू होने पर वे अन्य रास्ते से सदन की बैठक में पहुंचे, क्योंकि आप के कार्यकर्ताओं ने जिस जगह से सदन में जाने के लिए प्रवेश करना था, उसे आप के कार्यकर्ताओं ने घेर रखा था लेकिन उस स्थान पर पहले से ही भारी संख्या में पुलिस एवं अर्ध सैनिक बल के जवान तैनात थे।
इस दौरान आप के कार्यकर्ताओं ने अंदर जाने के लिए जमकर हंगामा भी किया और गेट पर लगे ताले को तोड़ने की चेतावनी देते हुए हंगामा खड़ा किया। कुछ देर बाद ही सदन की बैठक शुरू हुई। बैठक के दौरान सदन नेता निर्मल जैन ने पूर्वी निगम ने इस वित्तीय वर्ष का बजट पास किया। जिसमें इस बार पूर्वी दिल्ली की जनता पर कोई नया कर नहीं लगाया गया है और नेता सदन द्वारा अंतिम बजट पेश करने के बाद सत्तापक्ष के पार्षदों ने बहुमत से बजट पास कर दिया। बजट बैठक खत्म होने के बाद महापौर के साथ अन्य नेता दूसरे रास्ते से नीचे पार्किंग की ओर पहुंचे।
वहां पहले से खड़ी अपनी गाड़ी में बैठकर बाहर निकल गये ताकि आप के कार्यकर्ता व पार्षद वहां पहुंचकर हंगामा न कर सकें। इसके बाद आप के पार्षदों ने निगम मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। नेता विपक्ष कुलदीप कुमार ने कहा कि दोपहर दो बजे शुरू हुई सदन की विशेष बैठक में आप के उन पार्षदों को भी नहीं जाने दिया गया जो निलंबित नहीं थे। क्योंकि उन्हें डर था कि यदि विपक्षी सदस्य सदन के अन्दर आ गए तो अपनी बात मजबूती से रखेंगे और सत्ता पक्ष की तानाशाही का पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे। कुमार ने कहा कि निगम की सत्ता में आसीन भाजपा नेताओं ने जनता की आवाज को दबाने का काम किया है।
वहीं महापौर बिपिन बिहारी का कहना था कि आप का यह आरोप कि जिन पार्षदों को निलंबित नहीं किया गया था, उन्हें भी अंदर नहीं जाने दिया गया, यह आरोप सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि पहले से ही सूची बनाकर दे रखी थी कि आप के जो पाषर्द व एल्डरमैन जिनका निलंबन में नाम नहीं है, वह अपना निगम का कार्ड दिखाकर अंदर आ सकते थे, लेकिन वे बैठक में न आकर हंगामा करने में लगे हुए थे।