नई दिल्ली : लकी ड्रॉ के नाम पर सस्ते में फोन देने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियो ने भोले-भाले लोगों को ठगने के लिए ज्योति नगर इलाके में फर्जी कॉल सेंटर भी खोल रखा था। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान संजय पांचाल, कुणाल और निखिल सैनी के रूप में की है। फिलहाल पुलिस कॉल सेंटर में काम करने वाले युवक-युवतियों से भी पूछताछ कर रही है कि क्या उन्हें इस षड़यंत्र की जानकारी थी।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त क्राइम ब्रांच राजीव रंजन ने बताया कि पुलिस को आरोपियों के पास से 30 मोबाइल फोन, एक कंप्यूटर व कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं। आरोपी अब तक करीब 4500 से अधिक लोगों से डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की ठगी कर चुके हैं। राजीव रंजन ने बताया कि आरोपियों को एक गुप्त सूचना और बाराबंकी (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले एक पीड़ित युवक की शिकायत के बाद डीसीपी डॉ. राम गोपाल नाइक व एसीपी पंकज सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर विकास राणा की टीम में शामिल एसआई मनोज तोमर, प्रिंयका, एएसआई जयप्रकाश, हेडकांस्टेबल संजीव, रोहित, विरेंद्र आदि ने गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारी की माने तो इस मामले में अभी और भी लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। आरोपी दिल्ली को छोड़कर दूसरे राज्यों के लोगों को अपना शिकार बनाते थे।
ऐसे चल रहा था रैकेट, पार्सल में भेजते थे मिट्टी
ज्योति नगर में चल रहे कॉल सेंटर के माध्यम से पीड़ितों के पास कॉल की जाती कि उनका फोन नम्बर लक्की ड्रॉ में निकला है। उन्हें कीमती फोन 4550 रुपए में दिया जाएगा। जाल में फंसे लोगों से एडवांस में पेमेंट ली जाती। जो लोग उनकी बातों में नहीं आते, उनका एड्रेस लेकर उनके नजदीकी डाकघर में गिफ्ट पार्सल करने की बात कहते।
जब पीड़ित को वास्तव में डाक घर से पार्सल मिलता तो उन्हें विश्वास हो जाता। जिसके बाद वह आरोपियों द्वारा बताए गए खाते में रुपए जमा कर देते। मगर जब घर जाकर पार्सल खोलते उसमें मिट्टी या फिर भगवान की मूर्ति रखी होती थी। जिसके बाद पीड़ित खुद को ठगा महसूस करता।