नई दिल्ली : जाली नोटों के साथ गिरफ्तार आरोपी जुगीश्वर राम (23) को कंप्यूटर एप्लीकेशन की अच्छी जानकारी है। उसने कंप्यूटर एप्लीकेशन में डिप्लोमा कोर्स कर रखा है। मगर टीवी पर सीरियल देखते हुए ही उसे नकली नोट छापने का आइडिया आया। जिसके बाद उसने अपनी जानकारी का गलत इस्तेमाल किया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी जुगेश्वर राम ने बताया कि उसने कंप्यूटर खरीदा और अच्छी क्वालिटी का प्रिंटर खरीदा।
जिसकी मदद से वह 100 और 200 के नए वाले नोट छापने लगा। इन नोटों की क्वालिटी काफी अच्छी थी। जिसकी वजह से वह जल्दी पकड़ में नहीं आता था। इसके अलावा आरोपी ने पुलिस को बताया कि कोई भी 100 और 200 रुपए के नोट को जल्दी से शक की नजर से नहीं देखता। इसी लिए उसने 2000 का जाली नोट नहीं छापा। अब वह करीब 15 हजार रुपए के जाली नोट लेकर दिल्ली आया था। जिनसे वह शॉपिंग करता और ट्रांसपोर्ट का किराया भरता। मगर बाराखंबा पुलिस की सतर्कता के चलते पहले ही पकड़ा गया।
डीसीपी न्यू दिल्ली ईश सिंघल ने बताया कि जिले में स्ट्रीट क्राइम पर कंट्रोल और बदमाशों की धरपकड़ के लिए जगह-जगह रेंडम चेकिंग और स्पेशल पिकेट लगाकर पुलिस स्टाफ चेकिंग करता है। इसी कड़ी में एसीपी रघुराज खटाना के नेतृत्व में एसएचओ बाराखंबा प्रह्लाद सिंह यादव की टीम में शामिल हेडकांस्टेबल विजय और थानी राम ने मिंटो रोड पिकेट पर आरोपी जुगेश्वर राम को दबोच लिया। एक ऑटो चालक उसके पीछे शोर मचाते हुए भागकर आ रहा था। आरोपी के पास से 100 व 200 के नए वाले कुल 139 जाली नोट बरामद हुए।
जिनकी वैल्यू 15,100 रुपए है। मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर प्रह्लाद सिंह यादव के नेतृत्व में एसआई मनतोष चौहान, प्रवीन कुमार, लोकेश, एएसआई नागेश्वर, हेडकांस्टेबल महिपाल, अमित कांस्टेबल बृजमोहन आदि जांच में जुट गए हैं। पुलिस टीम आरोपी को हिरासत में लेकर उसके निवास स्थान छत्तीसगढ़ बलरामपुर लेकर गई है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि वह पिछले कितने समय से इस धंधे में लिप्त है और कौन-कौन लोग उससे जुड़े हैं। इसके अलावा जाली नोट की छपाई में इस्तेमाल सामान भी पुलिस को बरामद करना है।