नई दिल्ली: दिल्ली के लोगों को हर छोटे-मोटे कामों के लिए गाड़ी निकलने की अपनी आदत में बदलाव करना होगा कहीं ऐसा न हो कि सड़क पर गाड़ी निकालते ही आपको अपनी जेब ढीली करनी पड़े। आने वाले दिनों में दिल्ली की सड़कों पर गाड़ी चलाने के लिए आपको कंजेशन चार्ज देना पड़ सकता है। दिल्ली के उपराज्यपाल ने आज दिल्ली यातायात पुलिस के विशेष आयुक्त दीपेंद्र पाठक को एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज हुई इस मीटिंग में कहा कि दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है इसके फौरन हल खोजे जाने की जरूरत है।
साथ ही उपराज्यपाल ने ट्रैफिक पुलिस को एक स्टडी रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा जिसमें उन रास्तों पर एक तरफ के यातायात की व्यवस्था की संभावना तलाशने की जिम्मेदारी दी गयी है जिनके साथ वैकल्पिक मार्ग है । लेकिन जो सबसे अहम बात इस मीटिंग का हिस्सा रही वो थी भीड़ भरी सड़कों पर पीक आवर में गाड़ी चलाने वालों से कंजेशन चार्ज वसूलने की योजना पर विचार। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने इस को लेकर यातायात पुलिस को एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है। इस संबंध में विशेष आयुक्त दीपेंद्र पाठक ने कहा कि जल्द ही एक एजेंसी को हायर कर हम रिपोर्ट तैयार करके देंगे उसके बाद फैसला एलजी को करना है। लेकिन आपको बता दें कि कंजेशन चार्ज की व्यवस्था अभी केवल लंदन और सिंगापुर में है।
गौरतलब है कि दिल्ली में इस समय ट्रैफिक की व्यवस्था बेहद दयनीय स्थिति में है। व्यस्त समय में हालात और भी खराब हो जाते हैं। और सड़कों पर गाड़ियां दौड़ने की बजाय रेंगती ज्यादा नजर आती है। इसलिए न केवल कंजेशन चार्ज की बात है बल्कि अपनी इस रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस को उन रास्तों के बारे में भी बताना होगा जहां पर एक तरफ यातायात की व्यवस्था की जा सकती है। इसके अलावा इस मीटिंग में और जो मुद्दे रखे गए उसमें सलीमगढ़ वाई पॉइंट से मजनू का टीला तक कैसे जाम से छुटकारा दिलाया जा सकता है इस पर भी बात की गई। साथ ही रोड इंजीनियरिंग में इस बात को भी प्रमुखता से ध्यान रखा जाए कि जहां भी यातायात मिले वह किसी तरह का अवरोध न उत्पन्न हो। दिल्ली के मजनू का टीला रिंग रोड को जाम से मुक्त करने के लिए हुई इस बैठक में विशेष आयुक्त दीपेंद्र पाठक के अलावा लोक निर्माण विभाग, सी एस आई आर के वैज्ञानिक, लोक निर्माण विभाग के इंजिनियर, भी शामिल हुए।
इस मौके पर ट्रैफिक पुलिस की तरफ से एक प्रेजेंटेशन भी उपराज्यपाल अनिल बैजल के सामने प्रस्तुत किया गया। जिसमें शांति वन से चन्दगी राम अखाड़े के स्ट्रेच के बारे में बताया गया कि यहां पैदल चलने और सड़क पार करने वालो लोगो की संख्या बहुत ज्यादा है। जिसके चलते भी यहां पर यातायात को सुचारू करने में दिक्कतें होती है। जो सड़क निर्माण की खामियां और बोटल नैक है उसके बारे में भी बताया गया। इसको लेकर जो टेम्परेरी उपाय हो सकते हैं जैसे लाल किले के सामने वाई एंटरसेक्शन पर लेन बेस्ड सिग्नल, केलाघाट पर सिग्नल, शाहदरा फ्लाईओवर के लूप पर आने वाले ट्रैफिक को मैनुअली नियंत्रित करना साथ-साथ आईएसबीटी पर बने फुटओवर ब्रिज को सीधा बस अड्डे के अंदर तक ले जाने के बारे में भी कहा गया है।
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– विमल कौशिक