नई दिल्ली : यात्रियों को अक्सर परेशान कर रही दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन ने शुक्रवार रात यात्रियों को खौफनाक मंजर दिखा दिया। रात करीब साढ़े आठ बजे द्वारका सेक्टर-21 के तरफ जा रही मेट्रो के कोच में अचानक आग लग गई। आग के कारण मेट्रो में धुंआ भर गया। धुएं के कारण यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, तभी आपात बटन की मदद से मेट्रो प्रशासन को सूचना दी गई।
यात्रियों ने बताया कि शाम करीब साढ़े आठ बजे अचानक मेट्रो में जोर का धमाका सुनाई दिया। धमाके के कुछ देर बाद मेट्रो कोच में धुंआ भर गया। अचानक भरे धुएं के कारण यात्रियों में दहशत का माहौल बन गया। यात्रियों ने कहा कि कुछ समझ में आता उससे पहले ही यात्रियों में चीख पुकार मच गई। जैसे ही यमुना बैंक पर मेट्रो के दरवाजे खुले सभी तेजी से बाहर निकले लगे।
इस दौरान कुछ लोगों को चोटें भी आ गईं कोच से बाहर निकलकर लोगों ने राहत की सांस ली। यात्रियों ने कहा कि रात के समय ब्लू लाइन में काफी भीड़ रहती है। यदि समय पर मेट्रो से यात्रियों को बाहर नहीं निकाला जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। लोग डर के कारण एक दुसरे के ऊपर चढ़कर भागने का प्रयास कर सकते थे जिससे भगदड़ मच सकती है। हालांकि ऐसा कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
सेवा से हटा दी गई मेट्रो सेवा
मेट्रो प्रवक्ता अनुज दयाल ने बताया कि शुक्रवार रात 8:26 बजे, यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पर वैशाली से द्वारका के लिए जा रही एक ट्रेन में ‘कंप्रेस्ड ऑयल इंडिकेटर के रिसाव की सूचना मिली। रिसाव के कारण ट्रेन में धुआं देखा गया जिसे तुरंत ट्रेन ऑपरेटर द्वारा देख लिया गया। उन्होंने कहा कि इस घटना की जानकारी मिलते ही उक्त ट्रेन को सेवाओं से हटा लिया गया। दयाल ने बताया कि यह धुआं कोई खतरनाक नहीं था। इस घटना में किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ है। दयाल ने कहा कि मेट्रो यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है। इस घटना के बाद तुरंत ब्लू लाइन पर मेट्रो सेवाओं को सामान्य कर दिया गया।
तकनीकी समस्या कर रही परेशान
दिल्ली मेट्रो में लगातार आ रही तकनीकी समस्या मेट्रो सेवाओं को परेशान कर रही है। शनिवार को भी तकनीकी खराबी के कारण मेट्रो कोच में धुआं भर गया था। मिली जानकारी के अनुसार मेट्रो को ऊर्जा आपूर्ति करने वाले यंत्र में तकनीकी समस्या आ गई थी।
पहले भी आई थी समस्या
ब्लू लाइन में पहले भी आग लगने की घटना हो चुकी है। मार्च 2019 को ब्लू लाइन में ही आग लग गई थी, जिस कारण मेट्रो कोच को अक्षरधाम पर खाली करवाना पड़ा था। उस दौरान नोएडा जा रही ट्रेन के आखिरी डिब्बे में प्रगति मैदान स्टेशन पर धुआं देखा गया था।