नई दिल्ली : स्मार्ट सिटी के तौर पर चुने गए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) को और बेहतर बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम का प्रयोग किया जाएगा। शुक्रवार को एनडीएमसी के वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट की घोषणा की गई, जिसमें अन्य कई विकासात्मक योजनाओं के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम के प्रयोग को बढ़ाने पर जोर दिया गया।
इस वर्ष एनडीएमसी 4372.40 करोड़ रुपए के खर्च से कई योजनाओं पर काम करेगी। बजट के संबंध में एनडीएमसी चेयरमैन धर्मेन्द्र ने बताया कि एनडीएमसी क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं देने के लिए पहली बार जियो फेंस आधारित सिंगल साइन इन सिस्टम लॉन्च करने जा रहा है।
इस सिस्टम की मदद से आधुनिक तकनीक के सहारे बाउंड्री तय होगी। जीपीएस, आरएफआईडी, वाईफाई और सेल्युलर डाटा प्रयोग करने वाली ऐप्लीकेशन या डिवाइस के एनडीएमसी क्षेत्र में प्रवेश करने व एनडीएमसी क्षेत्र से बाहर जाने की जानकारी रखेगा। इसके साथ ही जियोग्राफिकल इंफोर्मशन सिस्टम (जीआईएस) पोर्टल भी विकसित होगा। जिससे डिजीटलाइजेशन को बढ़ावा मिलेगा।
बेहतर होंगी सुविधाएं : धर्मेन्द्र…चेयरमैन धर्मेन्द्र ने कहा कि एनडीएमसी क्षेत्र में दिए जा रहे सुविधाओं को और बेहतर किया जाएगा। हमारी कोशिश है कि यहां मिलने वाली सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप वैश्विक नगर निकायों बनाया जाएगा। पालिका परिषद् अपनी सेवाओं के स्तर को नागरिकों की संतुष्टि के अनुरूप उन्नत करने के लिए भी प्रयासरत है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के विकास के लिए निर्धारित लक्ष्यों को आत्मसात करते हुए, उन पर हम समग्र उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कार्य करने का इरादा रखते हैं।
संपत्ति कर से 720 करोड़ रुपए जुटाएगी एनडीएमसी
पालिका परिषद वर्ष 2019-20 में 700 करोड़ रुपए के करीब संग्रह करेगी। इसी को देखते हुए वित्तिय वर्ष 2020-21 में संपत्ति कर 720 करोड़ रुपए इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा गया है। चेयरमैन धर्मेन्द्र ने कहा कि वर्ष 2020-21 के लिए संपत्ति कर के दरों में वृद्धि नहीं करेगी।
रियल टाइम आधार पर माॅनिटरिंग
समेकित कमांड कंट्रोल प्रणाली पालिका परिषद् की 30 सेवाओं को एक नोडल बिंदु पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। इसके माध्यम से स्मार्ट सेवाओं के डाटा और सूचना को रियल टाईम आधार पर माॅनिटर करके आवश्यक कार्यवाही की जा सके। यह कार्य मार्च-2020 तक लाइव कर दिया जायेगा और इसे सम्पूर्णतः जून 2020 तक पूरा कर लिया जायेगा।
जून से दौड़ेगा स्मार्ट ई-स्कूटर
पब्लिक बाइक सहभागिता प्रणाली के अंतर्गत पालिका परिषद् क्षेत्र में नागरिकों को स्मार्ट बाइक (साइकल) उपलब्ध कराई गई। इसकी सराहना और उसमें जनता की सक्रिय भागीदारी को ध्यान में रखते हुए पालिका परिषद् अब स्मार्ट ई-स्कूटर प्रणाली को लागू करने जा रही है और उसके प्रथम चरण को जून तक पूरा कर लिया जाएगा।
पीपीपी माॅडल के तहत बनाए जाएंगे बस स्टैंड
स्मार्ट बस-क्यू शैल्टर 20 स्थानों पर पीपीपी माॅडल के तहत बनाए जाएंगे। इसमें वाॅटर एटीएम, डिजीटल एंटरेकटिव पैनल और पेनिक बटन जैसी सुविधाएं होगी। यह कार्य वित्तीय वर्ष 2020-21 मे किए जाने का प्रस्ताव है। पालिका परिषद् क्षेत्र में वर्ष 2020-21 के दौरान विशेष टाॅयलेट बनाए जाएंगे, जो खास कर महिला प्रयोगकर्ताओं को समर्पित होंगे।
लोगों को मिलेगी जानकारी…चेयरमैन ने कहा कि इन योजनाओं में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित चेट बोट सिस्टम को भी लाया जाएगा। चेट बोट एक ऐसी तकनीक है, जिसे 24 घंटे लोगों से जोड़ने के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके जरिए लोगों अपने किसी भी समस्या को लेकर चेट बोट पर बात कर सकेंगे। लोगों के लिए इस सिस्टम को बेहद पारदर्शी बनाया जा रहा है ताकि एनडीएमसी कार्यलाय के चक्कर काटने के लिए लोगों को परेशान ना होना पड़े।
पांच स्कूलों में बनाए जाएंगे साइकिल क्लब… पालिका परिषद इलाके में स्थित पांच स्कूलों में साइकिल क्लब बनाए जाएंगे। इस कार्य को इसी वर्ष पूरा किया जाएगा। इसके तहत हर स्कूलों में 20-20 साइकिल उपलब्ध कराए जाएंगे। यह क्लब साइकिलों के माध्यम से फिट इंडिया अभियान और अन्य समाजिक संदेशों को प्रचारित तथा प्रसारित करेगा।