नई दिल्ली : ज्यादा ब्याज का लालच देकर लोगों की मोटी रकम हड़पने की पौंजी स्कीम तो आपने बहुत सुनी होंगी, लेकिन गांधी नगर में कारों की पौंजी स्कीम के जरिए लोगों की गाढ़ी कमाई हड़पने वाले एक गिरोह का कारनामा सामने आया है। इस गिरोह ने ट्रेवल कंपनी बनाकर लोगों को महीने की मोटी रकम देने का झांसा देकर सौ से ज्यादा कारें हड़प ली। जब तक लोगों को ठगे जाने का अहसास होता, गिरोह कारें बेचकर फरार हो गया। गांधी नगर थाने में जब एक पीड़ित ने अपनी चार कारें ठगे जाने का मामला दर्ज कराया तो थाने पर पीड़ित लोगों का तांता लग गया।
पुलिस की कई टीमें मामले की जांच में जुट गई हैं। गांधी नगर थाने में दर्ज एफआईआर संख्या 231 में पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 406/34 के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में कैलाश नगर निवासी अजय कुमार ठाकुर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके मुताबिक एक साल पहले उसकी मुलाकात मौसी के लड़के सुमित के जरिए आरोपी सूरज सिंह से हुई थी। सूरज ने अजय को बताया कि वह एक टूर एंड ट्रेवलर्स की कंपनी में काम करता है। इस काम में काफी मुनाफा है।
तीन-चार गािड़यों के काफिले व सायरन लगी गाड़ी और साथ में बाउंसर लेकर चलने वाले सूरज सिंह के प्रभाव में अजय ऐसा आया कि उसने अपनी एक कार सूरज के साथी सचिन सिंह के साथ 75 हजार रुपए किराये का एग्रीमेंट करके दे दी। फिर अपनी तीन और कारें मोटे किराये पर सचिन से एग्रीमेंट करके दे दी। शुरू में उसे किराया भी मिला। इसी दौरान सूरज ने एक कार की फोटो दिखाकर कहा कि इसे खरीद लो। कंपनी में किराये पर लगवा दूंगा। उसकी बातों में आकर उसे पांच लाख रुपए दे दिए। इस कार को कागज भी उसे नहीं दिखाए। इतना नहीं अन्य कारों के भी असली दस्तावेज कहीं-कहीं चेकिंग में पुलिस को दिखाने पड़ जाते हैं।
जब उसे फायदा उसने अपनी कई यार-दोस्तों की कारें भी सूरज सिंह के पास लगवा दी। इसी महीने 6 अगस्त को जब सूरज का फोन बंद था तो वह गाजियाबाद स्थित उसके घर गया तो पता लगा कि वह मकान खाली कर गया। उसने सभी एग्रीमेंट कैलाश नगर में घर पर ही किए थे। वह उसकी कारों को लेकर गायब हो गया है। गांधी नगर पुलिस अभी अजय ठाकुर की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की ही थी कि यह खबर आग की तरफ पूरे इलाके में फैल गई। इसके बाद तो एक बाद एक दर्जनों पीडि़त थाने पहुंच गए। सभी इसी तरह से इस गिरोह के शिकार बने हैं। पीडि़तों की मानें तो सौ से ज्यादा कारें बेचकर यह गिरोह फरार हो गया है। कुछ कारों की जानकारी पुलिस को मिली है। पुलिस कई कोणों को ध्यान में रखकर मामले की जांच में जुट गई है।
फोटो देख बने कार मालिक
इस केस में चौंकाने वाली बात ये रही कि जालसाज ने कई लोगों को तो महज फोटो दिखाकर लगजरी कारों का मालिक बना दिया था। दरअसल आरोपी लोगों को फोन में कार की फोटो दिखाता और कहता तुम्हारी ये कार उस होटल में लगवा दी है। इसके बाद उनसे कार की एवज में मोटी रकम लेता था। कुछ लोगों को काफी समय तक मोटा किराया भी मिलता रहा, जिस कारण कई लोगे आरोपी के चंगुल में फंसते चले गए। जब लोगों की मोटी रकम उसके पास जमा हो गई तो वह अपना बोरिया-बिस्तर समेत फरार हो गया।
फोटो देख बने कार मालिक
इस केस में चौंकाने वाली बात ये रही कि जालसाज ने कई लोगों को तो महज फोटो दिखाकर लगजरी कारों का मालिक बना दिया था। दरअसल आरोपी लोगों को फोन में कार की फोटो दिखाता और कहता तुम्हारी ये कार उस होटल में लगवा दी है। इसके बाद उनसे कार की एवज में मोटी रकम लेता था। कुछ लोगों को काफी समय तक मोटा किराया भी मिलता रहा, जिस कारण कई लोगे आरोपी के चंगुल में फंसते चले गए। जब लोगों की मोटी रकम उसके पास जमा हो गई तो वह अपना बोरिया-बिस्तर समेत फरार हो गया।