देहरादून : राजधानी दून के सहसपुर क्षेत्र के भाऊवाला स्थित एक बोर्डिंग स्कूल में 10वीं की नाबालिग छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना के बाद चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं । हैरानी की बात तो ये है कि पूरे मामले में स्कूल प्रशासन की भूमिका भी संदिग्ध है। पुलिस ने 4 नाबालिग आोरपियों सहित अब तक स्कूल प्रबंधन के 9 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मामले में स्कूल डायरेक्टर, प्रिंसिपल, आया, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार करने के बाद बेहद चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं । जानकारी के अनुसार, पीड़ित छात्रा के साथ जब गैंगरेप हुआ तो उसने डायरेक्टर के ऑफिस का दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने खोला नहीं ।
देहरादून : स्कूल परिसर में नाबालिग छात्रा से गैंगरेप, 9 लोग गिरफ्तार
यही नहीं गिरफ्तार सभी कर्मचारी अधिकारियों ने उसे स्कूल से निकालने की धमकी भी दी थी, इसी वजह से वह करीब 1 महीने तक चुप रही । पुलिस जांच में ये भी पता चला है कि छात्रा ने अपने साथ हुई घटना को थोड़ी देर बाद ही हॉस्टल की एक आया को बताया था। इसके बाद आया ने अगले दिन इस बात को स्कूल के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी की पत्नी को बताया।
14 अगस्त को हुआ था छात्रा का गैंगरेप
जांच अधिकारी प्रभारी नरेश राठौड़ ने बताया कि, बीते महीने 14 अगस्त को हॉस्टल के स्टोर में ही स्कूल के चार नाबालिग छात्रों ने छात्रा का गैंगरेप किया । जब लड़की ने इस बात की जानकारी स्कूल प्रबंधन को दी तो कॉलेज प्रशासन ने पीड़िता पर दबाव बनाया कि वह इस बात का जिक्र किसी से न करे। करीब एक महीने बाद जब लड़की को मासिक धर्म नहीं हुआ तो उसने इसकी जानकारी स्कूल प्रबंधन को दी। कॉलेज प्रशासन लड़की को डॉक्टर के पास अबॉर्शन कराने के लिए लेकर गए । इस संबंध में जब पीड़िता के परिजनों से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि स्कूल की तरफ से झूठ बोला गया । स्कूल की तरफ से कहा गया था कि बच्ची के पेट में दर्द है और दवाई दिलाने के लिए छात्रा को अस्पताल ले जाया जा रहा है।