नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने व्यापारियों पर भरोसा जताया है। डीडीयू मार्ग स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने व्यापारियों से कहा कि हमें सातों सीटों जितवाइए, हम आप को सीलिंग से निजात दिलवाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से व्यापारी और व्यापारी संगठन लगातार हमारे पास आ रहे हैं। उनका कहना कि हमने जिंदगीभर पूरी शिद्दत के साथ भाजपा का साथ दिया।
भाजपा को चंदा भी देते हैं और वोट भी देते हैं। भाजपा व्यापारियों की पार्टी मानी जाती है। लेकिन अब मोदी सरकार से व्यापारी बहुत ज्यादा नाराज हैं। मोदी सरकार ने पिछले पांच साल में व्यापारियों की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी है। पूरे देश के अंदर आज अर्थव्यवस्था का भट्टा बैठा हुआ है। एक के बाद एक मोदी सरकार की नीतियों से देश में कारोबार तबाह हो गए हैं। इससे व्यापारी वर्ग बहुत नाराज है। केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी ने नोटबंदी की, जिसकी वजह से पूरे देश के अंदर व्यापारी वर्ग में अफरा-तफरी मच गई।
अभी नोट बंदी का असर खत्म भी नहीं हुआ था कि अचानक उन्होंने बिना तैयारी के जीएसटी लागू कर दिया। जीएसटी इस तरह लागू किया कि यह व्यापारियों को ही समझ नहीं आ रहा। दिल्ली में सीलिंग का मुद्दा उठाते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा दिल्ली के अंदर पिछले साल दो साल से सीलिंग चल रही है। सीलिंग की वजह से न जाने कितने कारोबार खत्म हो गए, बहुत बड़ी संख्या में दुकानें बंद हो गईं।
तमाम फैक्ट्रियां बंद हो गईं, अनेक मार्केट बंद हो गए। आज व्यापारी वर्ग भाजपा को छोड़ कर कहीं और जाना चाहता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में चारों तरफ सीलिंग हो रही है। जहां भी संभव हुआ, हम लोगों ने कोशिश करके सीलिंग रुकवाई। मायापुरी सीलिंग मामले में हम कोर्ट से स्टे लेकर आए।
दूसरी तरफ केन्द्रीय मंत्री एवं पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विजय गोयल ने केजरीवाल द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए सोमवार को कहा कि चुनावों को देखते हुए अरविन्द केजरीवाल केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर गलत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब चुनाव के समय अरविंद केजरीवाल को व्यापारियों की याद आई है, जबकि महीना भर पहले व्यापारियों के महासम्मेलन में व्यापारियों ने मोदी सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया था।
सीलिंग पर बोलते हुए गोयल ने कहा कि सारी दुनिया जानती है कि सीलिंग सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित माॅनिटरिंग कमेटी द्वारा की जा रही थी। सीलिंग के खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और स्वयं मैं खड़ा हुआ था। बात-बात पर भूख हड़ताल की धमकी देने वाले केजरीवाल ने सीलिंग के विरोध में न तो भूख हड़ताल की, न धरना दिया, न कोई प्रदर्शन किया और एक बयान तक नहीं दिया। उन्होंने एक बार भी सीलिंग के खिलाफ आवाज नहीं उठाई। केवल भाजपा सीलिंग के खिलाफ आवाज उठा रही है और वही इसका हल भी निकालेगी।