दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी सरकार द्वारा पेश बजट को ‘‘शानदार’’ बताते हुए मंगलवार को कहा कि ये मुश्किल समय है क्योंकि कोविड-19 महामारी के दौरान आय का स्रोत घटा है और खर्च बढ़ा है। उन्होंने कहा कि बजट में ‘‘देशभक्ति’’ बढ़ाने पर जोर भी इसकी महत्वपूर्ण खासियत है।
केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मुश्किल समय में (उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री) मनीष सिसोदिया द्वारा पेश यह शानदार बजट है। मैं खुश हूं कि 69,000 करोड़ रुपये का बजट अनुमान पिछले साल (65,000 करोड़ रुपये) से छह प्रतिशत ज्यादा है।’’
उन्होंने कहा कि बजट में करीब 55 प्रतिशत रकम का प्रस्ताव योजनाओं और कार्यक्रमों के लिए है, जो कि कुशल वित्तीय प्रबंधन को दिखाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद से दिल्ली को हमेशा ‘सरप्लस’ बजट मिला है। उन्होंने कहा कि यह बजट लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरेगा क्योंकि देश आजादी का 75 वां साल मनाने जा रहा है।
बजट पेश करते हुए सिसोदिया ने कहा कि यह देशभक्ति पर आधारित है क्योंकि इसके जरिए स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी गयी है और जैसी कल्पना उन्होंने की थी उस दिशा में देश और राजधानी को बनाने के लिए काम किया जा रहा है।
सिसोदिया ने राज्य का बजट पेश करते हुये कहा कि आम आदमी पार्टी नेतृत्व वाली सरकार ने देश की स्वतंत्रता का 75वां वर्ष मनाने का फैसला किया है। इसके लिये वह 12 मार्च से 75 सप्ताह तक कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
उन्होंने कहा कि देशभक्ति बजट के तहत दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी में 500 स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज लहराने के लिये 45 करोड़ रुपये की लागत से ऊंचे खंभे लगायेगी। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के विद्यालयों में देशभक्ति की पढ़ाई के लिये ‘‘देशभक्ति पीरियड’’ भी शुरू किया जायेगा।