बेबस हुए गेस्ट टीचर्स - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

बेबस हुए गेस्ट टीचर्स

ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के सदस्य अरुण डेढ़ा ने बताया कि हजारों गेस्ट टीचर्स अपने हक और जायज मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं।

नई दिल्ली : खुशियों और रंगों के त्योहार होली पर चारों तरफ रौनक का माहौल बना हुआ है। बाजार में गुलाल, पिचकारियों और गुब्बारों की खरीदारी के साथ लोग अपने करीबियों को गुजिया बांट रहे हैं। पर अफसोस कि ऐसे माहौल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 22 हजार से अधिक गेस्ट टीचर्स दुख और बेबसी के दौर का सामना कर रहे हैं।

दरअसल 28 फरवरी को अनुबंध खत्म होने के बाद से ही 22 हजार से अधिक अतिथि शिक्षक सुरक्षित नौकरी की मांग को लेकर धरने प्रदर्शन पर बैठ हुए हैं। गेस्ट टीचर्स का कहना है कि सोमवार को उन्हें अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे 18 दिन पूरे हो गए हैं। इसके बावजूद उनकी 60 साल की पॉलिसी को लागू करने की प्रमुख मांग और अन्य मांगों को लेकर सरकार और उप राज्यपाल की ओर से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली है।

गेस्ट टीचर शोएब राणा ने बताया कि बीते कुछ दिनों से अतिथि शिक्षक की मांगों को लेकर नेताओं द्वारा उनसे मुलाकात तो की जा रही है, लेकिन इसका कोई लाभ होता नजर नहीं आ रहा है। उनका कहना है कि गुरुवार को होली का त्योहार है और इस दिन सभी देशवासी खुशी के साथ रंगों का त्योहार मनाएंगे लेकिन अतिथि शिक्षकों का धरना प्रदर्शन उस दिन भी जारी रहेगा।

समर्थन नहीं न्याय चाहिए
ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के सदस्य अरुण डेढ़ा ने बताया कि हजारों गेस्ट टीचर्स अपने हक और जायज मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। इस दौरान सरकार के साथ अन्य विपक्षी दल के नेताओं ने भी उनकी मांगों का समर्थन किया है लेकिन उन्हें समर्थन नहीं न्याय चाहिए। हरियाणा की तर्ज पर पॉलिसी लागू होनी चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

one × five =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।