नई दिल्ली : दिल्ली में हुई हल्की बारिश के बाद प्रदूषण के स्तर में काफी सुधार देखने को मिला, संभावना है कि शनिवार को इसमें और सुधार होगा। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को दिल्ली में तेज हवाएं चलने का अनुमान है। हवाओं के कारण निचते स्तर पर फैले प्रदूषण से काफी राहत मिलेगी। वहीं दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार शुक्रवार सुबह दिल्ली के अधिकतर क्षेत्रों में पीएम 10 का स्तर 300 से 350 पर रहा जबकि पीएम 2.5 का स्तर 200 के करीब रहा। वहीं शाम होते ही प्रदूषण स्तर में काफी गिरावट दर्ज की गई।
पूठ खुर्द, बवाना, नेहरू नगर, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, पटपड़गंज, विवेक विहार, सोनिया विहार, नरेला, रोहिणी, ओखला फेस -2, अशोक विहार, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, द्वारका, सेक्टर 8, अलीपुर, पूसा, मुंडका, आनंद विहार, पंजाबी बाग, आरके पुरम सहित अन्य क्षेत्रों में शाम के समय पीएम 10 का स्तर घटकर 250 से 270 और पीएम 2.5 का स्तर घटकर 188 के करीब पहुंच गया।
बोर्ड के अनुसार शनिवार को इसमें और गिरावट दर्ज की जा सकती है। वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुुसार शुक्रवार को दिल्ली में पीएम 10 का स्तर घटकर 248 और पीएम 2.5 का स्तर 156 पहुंच गया।
आज चलेगी तेज हवा, बढ़ेगी ठंड… भारतीय मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने का अनुमान है। विभाग के अनुसार तेज हवाओं और जम्मू कश्मीर व अन्य क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के कारण दिल्ली में ठंड बढ़ने उम्मीद है। विभाग की माने तो शनिवार को न्यूनतम तापमान घटकर 15 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 29 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। यह शुक्रवार के मुकाबले एक डिग्री कम रहने का अनुमान मापा गया है।
मेट्रो के कारण 4 लाख से अधिक वाहन सड़क से दूर
राजधानी में चल रहे ऑड-ईवन को सफल बनाने में दिल्ली मेट्रो अहम भूमिका निभा रही है। एक अध्ययन के अनुसार मेट्रो के कारण प्रति दिन चार लाख से अधिक वाहन प्रति दिन सड़क से दूर हो गए हैं। मेट्रो द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अध्ययन 2018 के तहत मेट्रो के कारण 4 लाख 19 हजार 937 वाहन सड़कों से दूर हो गए हैं।
दिल्ली में सोमवार तक जारी रहेगा प्रतिबंध
दिल्ली-एनसीआर में हॉट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रेशर के उपयोग, कोयले से चलने वाले सभी उद्योग सहित अन्य पर सोमवार तक पाबंदी रहेगी। शुक्रवार को हुई केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की टास्क फोर्स की बैठक हुई। इस बैठक में प्रतिबंध को सोमवार तक बढ़ाने का फैसला लिया। बैठक से जुड़े एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि दिल्ली में साफ हुए मौसम के बाद उम्मीद की जा रही है कि कुछ प्रतिबंध को हटाया जा सकता है।
हालांकि अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं बता सकते। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर अभी भी खराब है। ऐसे में प्रदूषण फैलाने वाले कारणों पर सख्ती जारी रहेगी। स्थानीय स्तर के प्रदूषण के स्त्रोत जैसे कचरे को जलाने से लेकर सड़क पर डाले जा रहे मलबे को स्थानीय स्तर पर और ठोस कदम उठाने होंगे। इसके लिए दिन में ही नहीं, रात के वक्त भी पेट्रोलिंग की आवश्यकता है, जिससे प्रदूषण फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।
बता दें कि हॉट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रेशर, कोयले से चलने वाले सभी उद्योग दिल्ली एनसीआर में बंद रहेंगे। इसके अलावा पटाखे जलाने पर तो पूरी सर्दियों के लिए ही प्रतिबंध लगा दिया गया है। सभी तरह की निर्माण संबंधी गतिविधियां भी शाम छह बजे से सुबह 10 बजे तक बंद रहेंगी।
प्रदूषण फैलाने के आरोप में 19 पर केस दर्ज
दिल्ली की सिविक एजेंसियों की ओर से शुक्रवार को भी प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों और कूड़े में आग लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की टीम ने जहां 19 के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है तो वहीं 285 चालान कर 21,73,400 रुपए का जुर्माना लगाया।
यह कार्रवाई एनजीटी 2010 की धारा 15 के तहत की गई है। वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने 15 अक्टूबर से अब तक 11153 स्थानों का निरीक्षण किया और 3940 स्थानों पर उल्लंघन पाया। जिनमें से 3586 के चालान काटे हैं और उन पर 1,88,31,219 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
साइकिल से सचिवालय पहुंचे सिसोदिया
राजधानी में ऑड-ईवन के पांचवें दिन दिल्लीवासियों ने इस मुहिम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। शुक्रवार सुबह उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने फिर से साइकिल से दिल्ली सचिवालय स्थित अपने ऑफिस पहुंचे। पूरे दिन सिविल डिफेंस के कर्मचारी चौराहों पर लोगों को ऑड-ईवन के प्रति जागरूक करते दिखे।
दोपहर 2 बजे तक ऑड-ईवन का पालन न करने वाले कुल 293 वाहनों के चालान काटे गए। शुक्रवार को कुल 532 चालान काटे गए। शुक्रवार को ईवन के दिन राजधानी के लोग ऑड वाहनों को छोड़कर कार पूल कर दफ्तर जाते दिखे। वहीं अधिकतर लोगों ने दफ्तर व अन्य जगहों पर जाने के लिए ट्रांसपोर्ट और मेट्रो का सहारा लिया।
दिल्ली के हर चौराहे पर सिविल डिफेंस के कर्मचारी ऑड-ईवन का पालन न करने वाले लोगों को समझाने में लगे रहे। पहले के अपेक्षा ऑड-ईवन के दौरान कटने वाले चालान में कमी देखी गई है।