आम आदमी पार्टी की नेता और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की करीबी विधायक आतिशी को आयकर विभाग ने नोटिस दिया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान आतिशी ने अपने शपथपत्र में संपत्ति से संबंधित जो जानकारी दी है।
आप भी उनके बचाव में मैदान में उतर गई है और नोटिस को ‘हास्यास्पद‘ बताते हुए कहा कि इसने भाजपा का ‘महिला विरोधी और पुरुष-श्रेष्ठतावादी’ चेहरा बेनकाब कर दिया है। आतिशी ने दावा किया कि नोटिस उन्हें डराने के लिए भेजा गया है, किंतु ‘ ‘हम इस देश की राजनीति को बदलने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों से आए हैं और भाजपा की इन खोखली धमकियों से डरने वाले नहीं हैं।”
उन्होंने यहां एक प्रेस वार्ता में कहा, “ मैं मोदी सरकार से कहना चाहती हूं-हम आपकी धमकियों से नहीं डरेंगे। मोदी सरकार ने आप नेताओं को परेशान करने के लिए हर एजेंसी का इस्तेमाल किया है, लेकिन आप के खिलाफ एक भी मामला नहीं चला पाई। आयकर विभाग का नोटिस हमें डराने-धमकाने के लिए भेजा गया है।”
आतिशी ने कहा, “मेरे पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है। जहां भी आयकर विभाग मुझे बुलाएगा, मैं अपने बैंक खातों के सभी विवरणों लेकर जाऊंगी। मैं भाजपा को चुनौती देना चाहती हूं कि क्या वे अपने बैंक खाते और संपत्ति के विवरण को सार्वजनिक करने के लिए तैयार हैं।”
मीडिया को संबोधित करते हुए आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आतिशी के 2020 चुनावी हलफनामे के आधार पर नोटिस दिया गया है जिसमें उन्होंने एफडी और म्यूचुअल फंड के रूप में 59 लाख रुपये की चल संपत्ति घोषित की थी जो उन्होंने 2012 से पहले अर्जित की गयी थी।
उन्होंने कहा, “ यह भाजपा का महिला विरोधी और पुरुष-श्रेष्ठतावादी चेहरा दिखाता है। आप का मानना है कि यह कदम शर्मनाक है और हम इसकी निंदा करते हैं।” भारद्वाज के हवाले से पार्टी ने ट्वीट किया, “ मोदी सरकार ने आतिशी को आयकर का नोटिस भेजा।
नोटिस 2020 के उनके चुनावी हलफनामे के आधार पर है। उन्होंने एफडी (सावधि जमा) और म्यूचअल फंड के रूप में 60 लाख रुपये घोषित किए। यह हास्यपद है। वह राजनीति में सबसे अधिक शिक्षित पेशेवरों में से एक हैं।”