हनुमान जयंती के दिन दिल्ली के जहांगीरपुरी में हिंसा और तोड़फोड़ की घटना हुई। सुप्रीम कोर्ट ने दंगा प्रभावित इलाके में तोड़फोड़ की कार्रवाई पर फ़िलहाल रोक लगा दी है। हिंसा और नार्थ एमसीडी की बुलडोजर कार्रवाई को लेकर सियासत भी अपने चरम पर है। इस बीच दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को पत्र लिखा है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने ईडी को लिखे पत्र में जहांगीरपुरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी मोहम्मद अंसार शेख के खिलाफ पीएमएलए के तहत कार्रवाई करने को कहा है। अब तक की जांच में अंसार को जहांगीरपुरी में हुई हिंसा का मास्टरमाइंड बताया गया है। जांच में अंसार को लेकर कई बड़े खुलासे हुए हैं।
कबाड़ से लेकर ड्रग्स पेडलिंग और सट्टेबाज़ी में शामिल रहा अंसार
आरोपी अंसार ड्रग्स की आपूर्ति में भी शामिल रहा है। अंसार ने शुरू में कबाड़ का कारोबार शुरू किया था और बाद में हेरोइन और स्मैक की आपूर्ति शुरू कर दी। सूत्र ने दावा करते हुए कहा, "उसे आशंका थी कि अगर वह मादक पदार्थ की आपूर्ति करते हुए पकड़ा गया तो उसे लंबी जेल की सजा दी जाएगी। इस डर ने उसने अपना ड्रग्स पेडलिंग व्यवसाय समाप्त कर दिया। अंसार ने इसके बाद उत्तर-पश्चिम दिल्ली में 'सट्टा' चलाना शुरू कर दिया।"
जहांगीरपुरी हिंसा
जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच संघर्ष हो गया था जिसमें आठ पुलिस कर्मी और एक स्थानीय शख्स जख्मी हो गया था। पुलिस के मुताबिक, संघर्ष के दौरान पथराव और आगज़नी की घटनाएं हुई थी और गाड़ियों को भी जला दिया गया था।