जयराम रमेश ने वेंकैया नायडू को लिखी चिट्ठी, कहा- संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए सरकार को समझाया जाए - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

जयराम रमेश ने वेंकैया नायडू को लिखी चिट्ठी, कहा- संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए सरकार को समझाया जाए

NULL

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से अनुरोध किया कि वह मई-जून में संसद का विशेष सत्र आहूत करने के लिए सरकार को समझायें ताकि महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किया जा सके और राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर चर्चा हो सके। सभापति को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि विशेष सत्र बुलाने से एक ‘भिन्न संदेश’ जाएगा तथा बजट सत्र के पूरी तरह से हंगामे की भेंट चढ़ जाने से इसकी खोई हुई छवि को बहाल करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा, ”आप प्रयास क्यों नहीं करते और सरकार को क्यों नहीं समझाते कि मई के अंत या जून के प्रारंभ में दो सप्ताह का विशेष सत्र बुलाया जाए ताकि महत्वपूर्ण विधेयक पारित हो सकें तथा ज्वलंत, आर्थिक एवं सामजिक मुद्दों पर चर्चा, दोनों  काम हो सकें।”  बहरहाल, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके सुझाव पूरी तरह से उनकी निजी हैसियत से दिये जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, ”मैं इस बात से अवगत हूं कि मानसून सत्र जुलाई मध्य में बुलाया जाएगा किन्तु विशेष सत्र से एक भिन्न संदेश जाएगा। इस बात में कोई सन्देह नहीं है कि हंगामे की भेंट चढ़ जाने के कारण संस्था के रूप में संसद को भारी क्षति पहुंची है।” राज्यसभा सदस्य ने उम्मीद जताई कि सभापति सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से बात कर यह सुनिश्चित करेंगे कि यह फिर नहीं हो।

 रमेश ने नायडू की इस बात को लेकर सराहना की उन्होंने किसी पर भी पूरा आरोप नहीं डालने की सतर्कता दिखायी और इसके बजाय इसे ”सामूहिक विफलता” कहा। उन्होंने कहा कि संवाद कायम करने तथा सभी राजनीतिक दलों के साथ सार्थक और गंभीर चर्चा करने की जिम्मेदारी सरकारों की है ताकि संसद में सुचारू रूप से कामकाज सुनिश्चित हो सके।

अन्य विशेष खबरों के लिए पढ़िये पंजाब केसरी की अन्य रिपोर्ट।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

one + 3 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।