देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें एहतियात के तौर पर कई कदम उठा रहीं है। सरकारें लगातार देशवासियों से सरक्षित रहने और घर से बेवजह बाहर न निकलने की हिदायत दे रही है। इसी बीच राजधानी दिल्ली में वायरस के प्रकोप को देखते हुए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने छात्रों को हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया है।
जेएनयू प्रशासन का यह निर्देश मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस बयान के बाद आया। जिसमें उन्होंने बताया था कि उप राज्यपाल अनिल बैजल ने सभी सरकारी विभागों, स्वायत्त निकायों और सार्वजनिक उपक्रमों की गतिविधियों को अलग-अलग बांटने और सभी गैर जरूरी सेवाएं स्थगित करने को कहा है।
कोरोना वायरस : दिल्ली सरकार ने आदेश जारी कर निजी कंपनियों को 31 मार्च तक ‘Work From Home’ की दी अनुमति
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा कि संस्थान तत्काल प्रभाव से 31 मार्च तक बंद रहेगा। निर्देश में कहा गया, ‘‘यूनिवर्सिटी में हॉस्टल, स्कूल और प्रशासन की सेवाओं सहित सभी गतिविधियां 31 मार्च तक निलंबित हैं। इसलिए सभी छात्रों को हॉस्टल को खाली करना होगा।’’
जेएनयू प्रशासन ने कहा कि सभी मूल्यांकन / परीक्षा / कक्षा प्रस्तुति गतिविधियों को 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। सभी शोधार्थियों के शोधप्रबंध जमा करने की समय सीमा को उचित रूप से बढ़ाया जाएगा। निर्देश में कहा गया, ‘‘छात्रों को हॉस्टल छोड़कर घर जाने में सुविधा के लिए अगले 48 घंटों तक मेस सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
उसके बाद 22 मार्च से 31 मार्च तक कोई भी मेस सुविधा और अन्य सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी।’’ यूनिवर्सिटी के विभिन्न स्कूलों/ विशेष केंद्रों में अनुसंधान प्रयोगशालाएं 31 मार्च तक यथासंभव हो बंद हो सकती हैं। निर्देश में कहा गया है,‘‘ अपने-अपने देश नहीं जा पाने वाले विदेशी छात्रों के लिए अंतर-हॉल प्रशासन आवश्यक व्यवस्था करेगा।’’