कर्नाटक में चुनाव प्रचार जहां अंतिम दौर में पहुंच चूका है वहीं दक्षिण बेंगलुरु की विधानसभा सीट राज राजेश्वरी नगर से एक घर से मंगलवार देर रात को 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए गए। इस मामले में चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज करवाई है, वहीं जांच अभी भी जारी है। इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यरोप लगाने लगे है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि यह अपार्टमेंट एक कांग्रेसी नेता का है और कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए बेइमानी पर उतर आई है।
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राज राजेश्वरी में कांग्रेस प्रत्याशी ने 15 हजार फेक वोटर आईडी कार्ड बनाए हैं। बीजेपी राज राजेश्वरी नगर में चुनाव रद्द करने की मांग कर रही है। बीजेपी की ओर से इस संबंध में पुलिस में भी शिकायत की गई है। BJP के सदानंद गौड़ा ने आरोप लगाया है कि इस मामले में राज राजेश्वरी नगर से कांग्रेस के उम्मीदवार मुनिरत्न नायडू का हाथ है।
वहीं बीजेपी के आरोप पर कांग्रेस ने पलवार किया है मंगलवार देर शाम कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि बीजेपी इस तरह कांग्रेस पर इल्जाम लगाकर अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करना चाहती है। सुरजेवाला ने कहा कि यह वोटर आईडी कार्ड ना तो पुलिस ने बरामद किए हैं ना ही चुनाव आयोग ने बल्कि इन्हें बीजेपी कार्यकर्ता ने बरामद किया है।
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि जिस फ्लैट से वोटर आईडी कार्ड बरामद हुए हैं वो फ्लैट मंजुला नंजामुरी का है, जो कि बीजेपी की नेता हैं। जबकि घर में रहने वाला किरायेदार उन्हीं का बेटा राकेश है। सुरजेवाला ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि 2015 में राकेश ने बीजेपी के टिकट पर निगम चुनाव लड़ा था लेकिन वो हार गए थे।
चुनाव आयोग की तरफ से की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि उस फ्लैट में पांच लैपटॉप और प्रिंटर भी थे। इसके अलावा 2 स्टील ट्रंक भी मौजूद थे। निर्वाचन अधिकारी ने दावा किया कि वहां पाए गए वोटर आईडी कार्ड असली थे। इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है।
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