दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा हैं। आलम यह है कि 15 दिनों में ही संक्रमण के 21 हजार से ज्यादा केस बढ़ गए हैं। कोरोना की दूसरी लहर के बाद यह आंकड़ा सबसे अधिक है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है।
ऐसे में अगले कुछ सप्ताह तक केस काफी तेजी से बढ़ने की आशंका है। इसी कड़ी में दिल्ली सरकार ने मंगलवार को 50 या इससे अधिक बिस्तरों वाले सभी निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम को अपने कुल बिस्तरों का कम से कम 40 प्रतिशत कोविड मरीजों के लिए आरक्षित रखने का निर्देश दिया।
संक्रमण मंगलवार को आठ प्रतिशत से अधिक हो गया
सरकार के एक आदेश में कहा गया है कि संक्रमण दर 31 दिसंबर 2020 के 2.44 प्रतिशत से बढ़ कर मंगलवार को आठ प्रतिशत से अधिक हो गई। इसमें यह भी कहा गया है कि ओमीक्रोन अत्यधिक संक्रामक है और समुदाय में ओमीक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं निदेशालय की नर्सिंग होम सेल द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, ‘‘इसलिए, 50 या इससे अधिक बिस्तरों वाले सभी निजी अस्पतालों/नर्सिंग होम के प्रबंधकों को अपने कुल बिस्तरों का कम से कम 40 प्रतिशत कोविड मरीजों के लिए रिजर्व रखने का निर्देश दिया जाता है।’’
संक्रमण से तीन और मरीजों की मृत्यु हो गई
दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 के 5,481 नये मामले सामने आये, जो 16 मई के बाद सबसे अधिक हैं। राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण दर 8.37 प्रतिशत रही, जबकि संक्रमण से तीन और मरीजों की मृत्यु हो गई। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़े से यह जानकारी मिली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गत वर्ष 16 मई को कोविड-19 के 6,456 नये मामले सामने आये थे और 262 मरीजों की मौत हो गई थी जबकि संक्रमण दर 10.4 प्रतिशत रही थी। मंगलवार की संक्रमण दर 17 मई के बाद से सबसे अधिक है, जब यह 8.42 प्रतिशत थी।