राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते मामलों को लेकर केजरीवाल सरकार ने अपनी लड़ाई तेज कर दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए 5 चरण की योजना बनाई है। जिसका नाम ‘5 टी’ योजना है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया की दुनिया के अनुभवों, डॉक्टरों की टीम और विशेषज्ञों से चर्चा के बाद यह प्लान तैयार हुआ है।
पहला-T
इस योजना का पहला चरण ‘टेस्टिंग’ होगा। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, हम साउथ कोरिया की तरह बहुत बड़े स्तर पर टेस्टिंग करने जा रहे हैं। पहले टेस्टिंग किट की समस्या थी। लेकिन अब वह समस्या खत्म हो रही है। हमने 50 हजार लोगों के टेस्ट के लिए किट का ऑर्डर किया है। एक लाख लोगों के रैपिड टेस्ट के लिए किट का ऑर्डर कर दिया है। शुक्रवार से रैपिड टेस्ट किट आने लगेगा। कोरोना के हॉटस्पॉट एरिया में रैपिड टेस्ट किया जाएगा।
दूसरा-T
मुख्यमंत्री ने कहा, दूसरे चरण ट्रेसिंग से हम कोरोना मरीजों के संपर्क में आने वाले लोग पर लगतार नजर रख रहे है। इसमें हमने दिल्ली पुलिस की मदद भी लेनी शुरू कर दी है। पुलिस को 27202 लोगों के नंबर दिए है, जो होम क्वारनटीन किए गए है। ट्रेसिंग के द्वारा हम होम क्वारनटीन के निर्देश का उल्लंघन करने वालों का पता लगा सकेंगे।
तीसरा-T
योजना का तीसरा चरण है ट्रीटमेंट। केजरीवाल ने बताया कि अगर दिल्ली में कोरोना के 30,000 सक्रिय मामले आते हैं तो उसके लिए व्यवस्था कर ली गई है। उन अस्पतालों का चयन कर लिया गया है, जिनका जरुरत पड़ने पर कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभी दिल्ली में 525 कोरोना संक्रमित हैं। मगर हमारे पास 2950 बेड हैं जहां पर कोरोना मरीजों का इलाज होगा। इसलिए किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है।
चौथा-T
योजना का चौथा T यानी ‘टीम वर्क’ सबसे अहम है। केजरीवाल ने कहा कि ऐसी स्थिति में सभी राज्य सरकार और केंद्रीय सरकार को एक साथ काम करना होगा, हमें एक टीम की तरह काम करने की आवश्यकता है। टीम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हमारे डॉक्टर और नर्स हैं, हमें उनका विशेष ध्यान रखना होगा। लोगों को लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना चाहिए।
पांचवा और अंतिम T
ट्रैकिंग और मॉनीटरिंग योजना का अंतिम चरण होगा। केजरीवाल ने कहा कि सभी चीजों को ट्रैक करना सबसे जरूरी है। सभी प्लान को ट्रैक करने की जिम्मेदारी मेरी है। अगर हम कोरोना से तीन कदम आगे रहेंगे, तभी हम इसको हरा पाएंगे।