नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि वह दिल्ली में 4 नवंबर से 15 नवंबर तक वाहनों के लिए ऑड-ईवन योजना के नाम पर अव्यवस्था फैलाने पर उतारू हैं। केजरीवाल सरकार स्वयं मानती है कि दिल्ली में सावर्जनिक परिवहन व्यवस्था कमजोर है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल इतनी कमजोर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के रहते सीएनजी वाहनों, दोपहिया वाहनों और महिलाओं द्वारा चलित गाड़ियों को ऑड-ईवन योजना में छूट न देकर दिल्ली में 12 दिन लोगों को घर बैठाकर अव्यवस्था फैलाने का कुप्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल नहीं जानते कि उनकी सरकार चरमराई हुई सावर्जनिक परिवहन व्यवस्था ऑड-ईवन की चुनौती स्वीकार करने में असमर्थ है। गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने पिछले पांच वर्षों में हवा में धूल मिट्टी के कणों को कम करने के लिए कोई इलाज नहीं किया और अब चुनाव नजदीक आते देख लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए ऑड-ईवन योजना के नाम पर सभी अखबारों में पूरे पृष्ठ के विज्ञापन देकर प्रदूषण समाप्त करने का पब्लिक स्टंट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल इस तरह के विज्ञापनों से प्रदूषण कम नहीं किया जा सकता।
सरकार के निर्णय के पीछे न तो कोई वैज्ञानिक अध्ययन है और न ही कोई व्यापक सर्वे। आम आदमी पार्टी सरकार मनमाने ढंग से प्रदूषण और इससे निपटने के तरीकों को राजनीतिक चश्मे से देख रही है। इससे दिल्ली के लोगों को होने वाली भारी परेशानियों से कोई सरोकार नहीं है। गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ऑड-ईवन जैसी योजना को लागू करने से पहले सार्वजनिकपरिवहन व्यवस्था को मजबूत करे। दिल्ली में सावर्जनिक परिवहन व्यवस्था इतनी मजबूत होनी चाहिए कि लोगों को निजी वाहनों की आवश्यकता ही न महसूस हो और न ही ऑड-ईवन योजना की आवश्यकता रहे।