लॉकडाउन में रियायतें मिलने के बाद देशभर में कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिली है और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आये दिन रिकॉर्ड संख्या में मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है। बीते दिन दिल्ली में संक्रमण के 1106 नए मामले सामने आये और कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 17 हजार के पार पहुंच गया। दिल्ली की केजरीवाल सरकार जनता से अपील कर रही है कि घबराने की कोई बात नहीं है पर विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटा है।
दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में तेजी से बढोतरी और मृतकों की संख्या को लेकर विपक्षी भाजपा और कांग्रेस ने आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के पास हालात से निपटने के लिए कोई रणनीति ही नहीं है। दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने कहा कि दिन प्रतिदिन जिस तरह कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं इससे लोगों के सामने अरविंद केजरीवाल सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत उजागर हो गयी है।
अखबारों में विज्ञापन देने के लिए सरकार पर सवाल उठाते हुए तिवारी ने कहा, ‘‘यह साफ है कि विज्ञापन पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार के पास कोई रणनीति नहीं है। ’’
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल कुमार ने कहा कि यह तथ्य हैरान करने वाला है कि संक्रमण के मामले में दिल्ली देश में तीसरे स्थान पर पहुंच गयी है।
संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार पर निशाना साधाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘महामारी से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार के पास कोई कारगर रणनीति ही नहीं है। ’’