नई दिल्ली : गाजियाबाद में गत 27 फवरी को एक कारोबारी की हत्या और लूट की गुत्थी को क्राइम ब्रांच ने सुलझाते हुए एक कुख्यात बदमाश को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी की पहचान रितेश उर्फ राजेश (40) के रूप में की है। पुलिस को आरोपी के पास से एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, तीन मैगजीन, 10 कारतसू और लूट के 1.78 लाख रुपए बरामद हुए हैं। पुलिस ने आरोपी के पास से बदरपुर इलाके से चोरी की गई एक बाइक भी बारमद की है।
आरोपी रितेश दिल्ली-एनसीआर के अलावा भोपाल, कोटा, बुलंदशहर में लूट डकैती, आर्म्स एक्ट के करीब 50 मामलों में शामिल रह चुका है। इसके अलावा वह दो दर्जन से अधिक आपराधिक वारदातों में कोर्ट से भगोड़ा घोषित है। फिलहाल क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी रितेश से पूछताछ कर आगे की जांच कर रही है। डीसीपी डॉ. राम गोपाल नाइक ने बताया कि गत 28 फरवरी को क्राइम ब्रांच स्टार-2 की टीम को सूचना मिली थी कि गाजियाबाद में कारोबारी की हत्या और लूट में शामिल रितेश उर्फ राजेश नंद नगरी के गगन सिनेमा के पास आने वाला है। वह हथियार से लैस है।
आरोपी की धरपकड़ के लिए तुरंत एसीपी अरविंद कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर शिव दर्शन की टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम में शामिल एसआई रविंद्र थोलिया, एएसआई राकेश,उपेंद्र, विकाल, संतोष, गुलबीर, हेडकांस्टेबल लाल बहादुर, कांस्टेबल देवेंद्र आदि की टीम ने ट्रैप लगाकर रितेश को दबोच लिया।
हत्या कर लूटे थे 5.20 लाख रुपए
गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने खुलासा करते हुए बताया कि उसने गत 27 फरवरी को ही अपने साथियों के साथ मिलकर गाजियाबाद के एक कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद वे उसके पास से 5.20 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए। उसके हिस्से में 1.78 लाख रुपए आए थे। पुलिस ने लूट की रकम का हिस्सा उसके पास से बरामद कर लिया है।
सत्ते गैंग में भी था शामिल
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने ग्रेजुएशन करने के बाद कपड़े का कारोबार किया। मगर घाटा होने पर काम बंद कर दिया। जल्द पैसा कमाने के लिए गलत संगत में पड़ गया। जिसके बाद चोरी, लूट झपटमारी की वारदातों को अंजाम देने लगा। वर्ष 2008 में वह सत्यप्रकाश उर्फ सत्ते गैंग में शामिल हो गया और वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगा।
मगर बाद में अपने बल पर विश्वसनीय साथियों के साथ मिलकर लूट, झपटमारी और स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देने लगा। उसने खुद को दिल्ली-एनसीआर तक ही सीमित नहीं रखा। बड़ा हाथ मारने के बाद वह साथियों के साथ भोपाल, कोटा भाग जाता। वहां भी आपराधिक वारदातों को अंजाम देता। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर उसके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।