गुरुवार को हुई जबर्दस्त बारिश और ओले पडऩे के बाद हर तरफ सड़कों पर सफेद बर्फ की चारद बिछ गई थी। मानों ऐसा लग रहा था जैसे कश्मीर और शिमला जैसा नजारा सारा यही हो। वहीं दिल्ली वालों ने भी इस मौसम का जमकर लुफ्त उठाया। लेकिन सबके मान में एक सवाल हो अभी तक भी है कि आखिर दिल्ली में इतने ओले कैसे पड़ सकते है? तो आइए जानते हैं इस ओले वाली बरसात होने के पीछे का गहरा राज।
मौसम विभाग ने दी जानकारी …
IMD रीजनल सेंटर के डायरेक्टर बी पी यादव ने बताया इस वक्त ओले पडऩा कोई बड़ी बात नहीं है उन्होंने कहा कई वजहों से इस मौसम में दिल्ली-एनसीआर में जमकर ओले पड़े। बंगाल की खाड़ी और अबर सागर की तरफ से आने वाली हवाएं उत्तर भारत के आसमान में आकर मिली।
इस वक्त तेज हवाएं उत्तरी क्षेत्र के मैदानी इलाके से गुजर रही थीं। जिसकी वजह से आसमान में निचले स्तर पर खूर सारे बादल बने। ठंडी हवाएं और कम तापमान और पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तरी भारत में बारिश और फिर बाद में भारी ओले पड़े।
इस वजह से गिरते हैं ओले…
मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने जानकारी दी की नदियों,समुद्र आदि का पानी भाप बनकर ऊपर उठता रहता है। जिससे बादल बनते हैं यही बादल समय-समय पर बरसते हैं। लेकिन जब आसमान में करीब 3 किलोमीटर ऊपर तापमान शून्य से कई डिग्री कम हो जाता है।
तो वहां मौजूद पानी की छोट-छोटी बूंदे जमने लगती है। जमी हुई बूंदो पर फिर धीरे-धीरे और पानी जमने लगता है जो बर्फ के गोल टुकडों का रूप ले लेता है। इन टुकडों का वजन ज्यादा होता है तो ये नीचे गिरने लगते हैं। ये बड़े बर्फ के टुकडे नीचे आते-आते छोटे आकार में हो जाते हैं जिन्हें ओले कहा जाता है।
शुक्रवार यानि आज आसमान रहेगा साफ
शुुक्रवार सुबह आसमान में हल्के बादल थे लेकिन दोपहर के बाद आकाश बिल्कुल साफ है और धूप निकली हुई है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश के बने हालात के चलते यदि कुछ दिनों तक कोहरे पडऩे की संभावना है।
तो अधिकतम तापमान 19 डिग्री रहने की उम्मीद है और प्यूनतम तापमान 10 डिग्री रह सकता है। वहीं बताया जा रहा है कि शुक्रवार व शनिवार को आसमान साफ रहेगा लेकिन रविवार से दोबारा बादल छाए रहेंगे। इसलिए इससे आने वाले पांच दिनों तक सर्दी ज्यादा होगी।