दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच लेटर वॉर छिड़ गया है। आज सुबह उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा था, जिसके जवाब में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक पत्र लिखा है। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि, आज सुबह एलजी साहब का पत्र मिला। उन्हें मेरा जवाब। सर, हमें अपना काम करने दीजिए, आप दिल्ली की कानून व्यवस्था ठीक कीजिए, ताकि कंझावला जैसा दूसरा केस फिर न हो।
मोहल्ला क्लीनिक अच्छे काम नहीं कर रहे?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कैबिनेट और विधायकों के साथ 21 जनवरी दोपहर एक बजे आपके घर आएंगे या अपनी सुविधानुसार बताएं टाइम। केजरीवाल ने कहा कि एक तरफ एलजी साहब मोहल्ला क्लीनिक का किराया, डॉक्टर्स की सैलरी और टेस्ट रोक देते हैं और फिर कहते हैं कि मोहल्ला क्लीनिक अच्छे काम नहीं कर रहे हैं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पर हमला हुआ वो सुरक्षित नहीं तो आम महिला कैसे होगी। दिल्ली के लोग अपने टीचर्स को फिनलैंड भेजना चाहते हैं। आप वहां जाने से क्यों है रोकते हैं?
एलजी ने सीएम केजरीवाल को लिखा था पत्र
बता दें, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा था। पत्र में उपराज्यपाल ने हाल ही में दिल्ली विधानसभा में अरविंद केजरीवाल द्वारा एलजी होता कौन है? की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा था कि ऐसे बयान सही नहीं हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में दिल्ली विधानसभा से एलजी दफ्तर तक विधायकों और मंत्रियों के मार्च के बारे में कहा है कि उनके द्वारा मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को मिलने के लिए समय दिया। वो आते तो प्रेम से चाय-नाश्ता भी करवाते।
हम आपके हेडमास्टर नहीं- उपराज्यपाल
उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा मीडिया में बयान दिया गया कि उपराज्यपाल मिलना नहीं चाहते हैं। ये बात गलत है, जबकि इतने कम वक्त में 70/80 लोगों के लिए व्यवस्था कर पाना संभव नहीं था। उपराज्यपाल ने चिट्ठी में लिखा है कि वो उनके के हेडमास्टर नहीं हैं। पिछले 7/8 साल से दिल्ली में ही रह रहे हैं। दिल्ली की उनकी भी फिक्र है। इसके अलावा उपराज्यपाल ने शिक्षा के मुद्दे पर भी घेरा है और दिल्ली सरकार के स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों के गिरते प्रतिशत का जिक्र भी किया गया है।