फतुहा : बिहार में विधानसभा के चुनाव में लगभग डेढ़ साल से भी ज्यादा समय है बावजूद अभी से ही सियासी दलों में उठा-पटक शुरू हो गई है। फतुहा विधानसभा में राजद के लगभग तय है वर्तमान विधायक रामानंद यादव दूसरी ओर भाजपा गठबंधन में लोजपा जदयू के बीच सीटों के बंटवारा में उठा पटक होना लाजिमी है। सबसे ज्यादा उमीदवार भाजपा में देखी जा रही है, भाजपा में कई ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हें टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार की घोषणा कर चुके हैं।
अभी तक उम्मीदवार जो सामने मैदान मे आने की तैयारी कर रहे हैं उनमें सुधीर यादव, संजीव यादव, ई. अजय यादव, विष्णु कुमार चौबे, वरिष्ठ पत्रकार, कृष्णा यादव, राणा राजेंद्र पासवान, अरबिन्द यादव, बिक्की सिंह, अजय यादव, डा. लक्ष्मी नारायण सिह सहित आधा दर्जन और उम्मीदवार होने की संभावना है। प्रत्याशियों के बीच सीट पाने को लेकर जी तोड़ प्रयास जारी है। दूसरी ओर प्रत्याशियों एवं राजनीतिक पार्टियां जनता का रुख जानने के लिए तरह तरह से सर्वे करवा रही है।
बदलते स्थति में भाजपा और राजद के बीच माथे पर चिंता की लकीरें उभर रही है। प्रत्याशियों के नामों को लेकर भी अंदरुनी रणनीति बनाने लगी है। राजनीतिक दल चाहते हैं कि जीत दिला सकने वाले व्यक्तियों को ही प्रत्याशी बनाया जाए। भाजपा के सभी उम्मीदवार अपने अपने आंकड़ों के अनुसार जीत के दावे कर रहे हैं। चिन्तन करने वाले राजनीतिक लोगों को मानना है कि डा. लक्ष्मी नारायण सिंह के घोषणा के अनुसार राजद रामानंद यादव एवं डा. लक्ष्मी नारायण सिंह के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। डा. लक्ष्मी नारायण सिह के जीत से पुरे बिहार के भविष्य के रास्ते बन सकता है। उन्होंने घोषणा कर रखा है विधायक बनता हूं तो सरकारी कोई भी सुविधा नहीं लूंगा, वेतन, फ्लैट आदि।