दुनिया भर में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है। इस दौरान देश में लागू लॉकडाउन के बीच मजदूरों पलायन को लेकर दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा है। अनिल बैजल ने अपने पत्र में चिंता जाहिर करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार सभी मजदूरों को सही तरीके से रखें।
जरूरत पड़ने पर उन्हें शेल्टर होम में शिफ्ट किया जाए, जहां पर सभी मूलभूत सुविधाएं हों। इसके अलावा बैजल ने यह भी बताया है कि केंद्र के आदेश के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान किसी के भी रुपए न काटे जाएं और पूरा भुगतान किया जाए। बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी लॉकडाउन के समय हुए पलायन पर केजरीवाल से गहरी चिंता व्यक्त कर चुके हैं।
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वही सोमवार को (यानी आज) देश कि सबसे बड़ी अदालत (सुप्रीम कोर्ट) ने मजदूरों पलायन की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने कहा कि दहशत और भय की वजह से बहुत संख्या में कामगारों का पलायन कोरोना वायरस से कहीं ज्यादा बड़ी समस्या बन रही है।
न्यायाधीश एस ए बोबडे और न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव की पीठ ने इस मामले की वीडियो कांफ्रेन्सिग के माध्यम से सुनवाई के दौरान कहा कि वह इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों के बीच कोई निर्देश देकर भ्रम पैदा नहीं करना चाहती। पीठ ने कामगारों के पलायन से उत्पन्न स्थिति को लेकर जनहित याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव और रश्मि बंसल से कहा कि इस मामले में वह केन्द्र की स्थिति रिपोर्ट का इंतजार करेगी।