सत्ता पक्ष और विपक्ष के हंगामे के कारण मंगलवार को भी लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही खत्म हो गई।बता दें कि हंगामे के बीच दोपहर 2 बजे तक स्थगित हुई लोकसभा की कार्यवाही, कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया और कहा, सरकार खुद सदन नहीं चलाना चाहती है, इसलिए वह ऐसा कर रही है।
सदन में लहराकर BJP से जवाब मांग रहे थे
भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री लंदन में दिए गए राहुल गांधी के बयान को लेकर उनसे माफी मांगने की मांग कर रहे थे तो वहीं कांग्रेस सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विदेशों में दिए गए कुछ पुराने बयानों वाले तख्तियों को सदन में लहराकर भाजपा से जवाब मांग रहे थे।जेपीसी की मांग वाले प्लेकार्ड भी सदन में नजर आ रहे थे।
कार्यवाही को दोपहर बाद 2 बजे तक स्थगित किया
हंगामे के बीच ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और डीएमके नेता टीआर बालू सदन में अपनी-अपनी बात कहने की कोशिश कर रहे थे।लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों से सदन में तख्तियों को नहीं लहराने की अपील करते हुए बार-बार सदन चलने देने का अनुरोध किया लेकिन दोनों पक्षों की तरफ से नारेबाजी जारी रहने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही को दोपहर बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।हालांकि लोक सभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी काफी देर तक सोनिया गांधी सदन में फारूक अब्दुल्ला और टीआर बालू के साथ विचार विमर्श करती रहीं।वहीं सत्ता पक्ष की तरफ भी कई मंत्री और सांसद आपस में मंत्रणा करते रहे।