दिल्ली के तीन नगर निगमों-उत्तर, दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के मेयर जयप्रकाश, अनामिका मिथिलेश और निर्मल जैन कई महिला पार्षदों के तीसरे दिन भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास के बाहर धरना दे रहे हैं। इस धरने की आड़ में बीजेपी भी मुख्यमंत्री को घेरने में लगी हुई है।
धरने के तीसरे दिन बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी और गौतम गंभीर ने भी भाग लिया। ये सभी दिल्ली सरकार से 13000 करोड़ रुपये की बकाया धनराशि के भुगतान की मांग कर रहे हैं। धरने में शामिल हुए सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “हालांकि केजरीवाल खुद को ‘आम आदमी’ कहते हैं, लेकिन वह मूल रूप से आम आदमी के खिलाफ हैं। यही कारण है कि उनकी सरकार ने नगर निगमों को 13000 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान नहीं किया है जबकि इस राशि से सफाई कर्मियों, डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कर्मचारियों को वेतन भुगतान करने में मदद मिलती।”
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष अवधेश गुप्ता ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री संवेदनशील होते तो वह उन निगमों को बकाया भुगतान करते जिनके कर्मचारी कोरोना योद्धाओं के रूप में महामारी से लड़ाई लड़ रहे हैं। इससे पहले बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी और प्रवेश वर्मा ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन कर रहे नगर निगम के नेताओं से मुलाकात की थी और विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री केजरीवाल सहित आप नेताओं ने बीजेपी द्वारा शासित तीन नगर निगमों में ‘भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन’ का आरोप लगाया है और दावा किया है कि समस्त देय धनराशि का निगमों को जारी की जा चुकी है।