नई दिल्ली : प्रदूषण से लड़ रही राजधानी 2041 में जीरो पॉल्यूशन सिटी बन सकती है। दिल्लीवासियों की क्वालिटी ऑफ लाइफ सुधारने के लिए तैयार हो रहे मास्टर प्लान दिल्ली 2041 में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने प्रदूषण को प्राथमिकता दी है। डीडीए द्वारा तैयार किए गए प्लान को इस प्रकार से बनाया गया है कि दिल्ली के स्वरूप के साथ छेड़छाड़ किए बिना 2041 की जरूरतों के आधार पर दिल्ली का विकास किया जा सके।
उस समय दिल्ली की जनसंख्या काफी बढ़ जाएगी। उक्त जनसंख्या के लिए ज्यादा घर, पानी, बिजली व अन्य की जरूरत होगी। इस संबंध में डीडीए की वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को मास्टर प्लान दिल्ली 2041 को लेकर उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में डीडीए के तरफ से बताया गया कि मास्टर प्लान के लिए जरूरी सभी डाटा एकत्रित कर लिया गया है। उक्त डाटा का अध्ययन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्लान को तैयार करते हुए दिल्ली को जीरो पॉल्यूशन सिटी बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इस कोशिश को पूरा करने के लिए दिल्ली में हरियाली को बढ़ाया जाएगा। साथ ही उस सभी तत्वों को दूर किया जाएगा जिससे दिल्ली में प्रदूषण बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण से दिल्ली की आबोहवा खराब हो चुुकी है। भविष्य में दिल्ली बदली हुई नजर आएगी।
बिजली-पानी पर विशेष जोर
मास्टर प्लान के विकास के दौरान पानी आपूर्ति, गंदे पानी की निकासी व उसके ट्रीटमेंट और ग्रीन ऊर्जा पर विशेष ध्यान दिया गया है। डीडीए की वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में जो वाटर बॉडी खराब है उसे फिर से जीवित कर आपस में लिंक किया जाएगा। इस प्रयास से दिल्ली को मिल रहे पानी की क्षमता बढ़ेगी।
इसके अलावा दिल्ली में सीवरेज ट्रीटमेंट को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यमुना एक्शन प्लान को गंभीरता से लिया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि गंदे पानी को ट्रीट कर जरूरत के आधार पर भविष्य में इस्तेमाल किया जाए।
नए तरीके से होगा अनधिकृत कॉलोनियों का विकास
दिल्ली में तेजी से विकसित हुई अनधिकृत कॉलोनियों का विकास डीडीए नए तरीके से करेगी। डीडीए द्वारा तैयार हो रहे मास्टर प्लान में अनधिकृत कॉलोनियों को अलग से जगह दी गई है। अधिकारी ने बताया कि हम देख रहे हैं कि इन कॉलोनियों में कैसे पानी, बिजली, सड़क सहित अन्य सुविधाओं को पहुंचाया जा सकता है।
इन कॉलोनियों के विकास के दौरान भविष्य की समस्या सहित अन्य को ध्यान में रखा जाएगा। फिलहाल कई ऐसी कॉलोनियां हैं जिनका विकास बिना किसी प्लान के हो गया है। जो भविष्य में संकट खड़ा कर सकता है। डीडीए इन्हें भी सुधारने की दिशा में प्रयास कर रहा है। बता दें कि दिल्ली में 1800 से अधिक अनधिकृत कॉलोनियां हैं जिन्हें पक्का करने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है।
वहीं, डीडीए के साथ हुई बैठक के बाद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने ट्वीट कर कहा कि मास्टर प्लान दिल्ली 2041 में परिवर्तनकारी एजेंडा होना चाहिए जिसमें पर्यावरण के प्रति संवेदनशील पुनर्विकास, उच्च गुणवत्ता वाले रहने योग्य वातावरण, टिकाऊ बुनियादी ढांचा शामिल है।