दिल्ली नगर निगम चुनाव की तारीखों को लेकर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच नई जंग शुरू हो गई। आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने चुनाव टाले जाने को लेकर केंद्र पर हमला बोला। उन्होंने तीनों निगमों के विलय को चुनाव रद्द करवाने का प्रयास करार दिया। केजरीवाल के इन आरोपों पर बीजेपी की प्रतिक्रिया सामने आई है।
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने अरविंद केजरीवाल के बयान पर कहा, मैं केजरीवाल जी से पूछना चाहता हूं कि क्या नगर निगम के बिना कोई शहर जिंदा रह सकता है, जो नगर निगम को खत्म करने की, उनकी ताकत हटाने की प्रक्रिया उन्होंने शुरू कर रखी है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 2012 में जब ये चुनकर आए थे तो इन्होंने वादा किया था कि जब ये चुने जाएंगे तो ये लोकल बॉडी को बज़ट का 20 फीसदी हिस्सा देंगे। लेकिन 7-8 फीसदी हिस्सा जो नगर निगम को दिया जा रहा है उसमें भी गफलत की जा रही है।
दरअसल, 9 तारीख को दिल्ली चुनाव आयोग ने प्रेस रिलीज जारी की थी। उस दिन शाम 5 बजे MCD चुनावों की तारीखों का ऐलान होना था। लेकिन फिर चुनाव आयोग ने कहा कि केंद्र तीनों निगमों को एक करने पर विचार कर रहा है, जिसकी वजह से अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं होगा।
जानें क्या बोले केजरीवाल?
इसपर सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा, ”भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा, जब केंद्र ने सीधे चुनाव आयोग से चुनाव टालने के लिए कहा है। लोगों के मन में बातें चल रही है। बीते 8 सालों से बीजेपी की सरकार है, अगर उनको निगमों को एक करना था तो अब तक क्यों नहीं किया?”
उन्होंने कहा कि तीनों निगमों का विलय मुख्य उद्देश्य नहीं है, बल्कि चुनाव रद्द कराना है। क्योंकि बीजेपी को लग रहा था कि अगर दिल्ली में अभी चुनाव होगा तो आम आदमी पार्टी की लहर है, बीजेपी चुनाव हार जाएगी। अगर हम चुनाव आयोग पर दबाव डालकर चुनाव रद्द कराते हैं, इससे चुनाव आयोग कमजोर होता है और देश कमजोर होता है। मेरी प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर निवेदन है कि चुनाव रद्द मत कराइए।