नई दिल्ली : पूर्वी दिल्ली की मंडोली जेल में तीन दर्जन से ज्यादा मोबाइल मिलने से हड़कंप मच गया। दो दिन पहले जेल प्रशासन द्वारा चलाए गए एक विशेष छापामारी अभियान में जेल नंबर 11, 12 व 13 में कैदियों के पास से मोबाइल मिले हैं। इसके अलावा चार्जर व कई सिम भी बरामद हुए।
बरामद हुए ज्यादातर मोबाइल एंड्रॉयड फोन हैं। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल मिलने के बाद जेल प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। मंडोली जेल में मोबाइल का मिलना कोई नई बात नहीं है। छह माह पहले भी अलग-अलग छापेमारी अभियान में 100 से ज्यादा मोबाइल बरामद हुए थे।
इस बाबत तिहाड़ जेल के प्रवक्ता व एआईजी राजकुमार ने भी मोबाइल बरामदगी की बात मानी है। उन्होंने कहा कि विशेष छापेमारी अभियान में मंडोली जेल नंबर 11,12 व 13 से करीब 15 मोबाइल मिले हैं। कैदियों के पास से मोबाइल का मिलना चिंताजनक बात है। जेल प्रशासन इस मामले की जांच कर रही है।
मोटी रकम लेकर कर्मचारी कराते हैं फोन मुहैया…मंडोली जेल सूत्रों के मुताबिक मंडोली जेल में कैदियों को मोबाइल मुहैया यहां के कर्मचारी ही करवाती है। इसके एवज में वह कैदियों के परिवार से मोटी रकम वसूलते हैं। इस काम को वह बहुत शातिर तरीके से अंजाम देते हैं। सूत्र बताते हैं कि ये काम ड्यूटी बदलने के दौरान किया जाता है। जल्दबाजी में इस पर कोई ध्यान नहीं देता है और मोबाइल आराम से जेल के अंदर कैदियों तक पहुंचा दिया जाता है।
टॉयलेट, फ्लश और मिट्टी में दबाकर रखे थे मोबाइल…मंडोली जेल अधिकारियों के मुताबिक जब विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया तो उन्हें कैदियों के बिस्तर के नीचे मोबाइल का चार्जर मिला। लेकिन उन्हें कोई भी फोन बरामद नहीं हुए। जब उन्होंने बारीकी से जांच करना शुरू किया तो मोबाइल मिलने लगे। कैदियों ने मोबाइल बरामदगी के डर से उसे पॉलीथिन में बांधकर टॉयलेट और फ्लश में छुपा दिया था। इसके अलावा कुछ मोबाइल सेल के बाहर मिट्टी में दबाया हुआ था। उसमें से दर्जनों सीम भी बरामद हुए हैं।
कई अधिकारी जांच के घेरे में…मंडोली जेल के अधिकारी ने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल मिलने के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं। अगर ठीक से जांच हुई तो इसमें बड़े-बड़े अधिकारियों की फंसने की संभावना जतायी जा रही है। वहीं छोटे अधिकारियों पर भी तलवार लटकी हुई है।