नई दिल्ली : हैदराबाद में पशु डॉक्टर के साथ जो हुआ था, उसे लेकर पूरे देश के लोगों में गुस्से का माहौल था, लेकिन उन्हें क्या पता था शुक्रवार सुबह जब वो नींद से उठेेंगे एक खुशखबरी उनका इंतजार कर रही होगी। जी हां लोगों ने जैसे ही एनकाउंटर में चारों बलात्कारियों के मारे जाने की खबर पढ़ी या सुनी तो सभी का यही कहना था कि आज की इससे अच्छी खबर तो कोई नहीं हो सकती।
सभी ने अपने-अपने स्टेटस व सोशल मीडिया पर खुशी जाहिर करनी शुरू कर दी। लोगों ने जमकर तेलंगाना पुलिस की तारीफ की। इस दौरान सोशल मीडिया पर ऐसी भी फोटो चलनी लगीं। जिसमें एक ओर सिम्बा फिल्म के हीरो रणवीर सिंह थे, जिस पर लिखा था रील लाइफ हीरो। जबकि दूसरी ओर तेलंगाना पुलिस कमिश्नर आईपीएस वीसी सज्जनार की फोटो थी जिस पर लिखा रियल लाइफ हीरो।
इन्हीं बातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों में किस हद तक खुशी थी। लोग सोशल मीडिया पर पुलिस के इस फैसले को सही बताते हुए उसकी जमकर तारीफ करते और प्रशंसा करते नहीं थके। पूरे देश के अलावा राजधानी दिल्ली में भी लोगों ने खुशी जाहिर की। शुक्रवार शाम एनकाउंटर से प्रभावित होकर कल्याणपुरी क्षेत्र की सैकड़ों महिलाओं ने कल्याणपुरी थाने पहुंचकर पुलिस को धन्यवाद किया।
साथ ही पुलिस के उत्साह वर्धन के लिए एसीपी सुबोध कुमार गोस्वामी व व एसएचओ दया सागर व उस दौरान वहां मौजूद पूरे स्टाफ को उन्होंने मिठाई खिलाई और अपनी रक्षा का संकल्प लिया। इस दौरान एसीपी ने सुबोध ने उनसे कहा कि हम महिलाओं संबंधी अपराध पर तत्परता दिखाएंगे और तुरंत एक्शन लेंगे।
हैदराबाद पीड़िता को श्रद्धांजलि देकर पुलिस का आभार जताया
‘स्वाभिमान देश का’ संगठन का मत है कि बलात्कार आरोपियों को पुलिस द्वारा एनकाउंटर में मार गिराने की घटना से पीड़िता के परिवार को असल में न्याय मिला है। संगठन की ओर से बदरपुर विधानसभा के जैतपुर इलाके में लव-कुश चौक पर हैदराबाद दुष्कर्म व हत्याकांड की पीड़िता को श्रद्धांजलि और आरोपियों का एनकाउंटर करने पर हैदराबाद पुलिस का आभार प्रकट किया गया।
संगठन के संस्थापक सदस्य सुरेन्द्र बिधूड़ी ने कहा कि ऐसे मामलों को लेकर कारगर सुरक्षा व्यवस्था और प्रतिरक्षक सामाजिक वातावरण बनाने की जरूरत है जिससे फिर किसी बहन-बेटी के साथ ऐसे जघन्य अपराध न हों। इसके लिए सभी राज्यों की पुलिस और राजनीतिक पार्टियों को एक मंच पर आकर सख्त निर्णय लेना होगा और ठोस योजनाएं बनानी होंगी। जिससे कोई भी अपराध करने से पहले उसकी सजा के बारे में सोचकर दुस्साहस न करे।