ग्वालियर : ग्राम पंचायत विकास योजना एक्शन रिसर्च प्रोजेक्ट का राष्ट्रव्यापी शुभारंभ ग्वालियर से हुआ। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की जयंती पर प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह के मुख्य आतिथ्य में यहाँ मेला परिसर स्थित फैसिलिटेशन सेंटर में आयोजित हुए गरिमामयी कार्यक्रम में यह प्रोजेक्ट लांच किया गया। श्रीमती माया सिंह ने इस अवसर पर कहा कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से सुनियोजित तरीके से ग्राम पंचायत विकास योजना बनेंगीं और गांवों का तेजी से आर्थिक एवं सामाजिक विकास होगा।
ग्वालियर जिले में स्वच्छपूर्णा अभियान के तहत आयोजित हुई स्वच्छ पंचायत प्रतियोगिता में अग्रणी रहीं ग्राम पंचायतों व विभिन्न शासकीय संस्थाओं को इस अवसर पर पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा यादव ने की। इस अवसर पर महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर, साडा अध्यक्ष श्री राकेश जादौन, जनपद पंचायत भितरवार की अध्यक्ष श्रीमती अनीता रावत व पूर्व महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता बतौर विशिष्ट अतिथि मंचासीन थे। कलेक्टर श्री अशोक कुमार वर्मा, नगर निगम आयुक्त श्री विनोद शर्मा, राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज संस्थान हैदराबाद के एसोसिएट प्रो. श्री ए के भान्जा व श्री एस एन राव एवं आर्ट ऑफ लिविंग के वरिष्ठ प्रतिनिधि कोमोडोर श्री एच जी हर्षाराव सहित अन्य सलाहकार व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा मंचासीन थे।
केन्द्रीय पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर की पहल पर राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज संस्थान हैदराबाद द्वारा सबकी योजना-सबका विकास की अवधारणा और सतत, टिकाऊ एवं समग्र विकास के उद्देश्य को लेकर यह रिसर्च प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। ग्राम पंचायत विकास योजना एक्शन रिसर्च प्रोजेक्ट को फिलहाल देश के 19 राज्यों के 86 जिलों अंतर्गत 98 क्लस्टर में समाहित 467 ग्राम पंचायतों में लागू किया गया है, जिसमें ग्वालियर जिले की मुरार जनपद पंचायत क्षेत्र की 20 ग्राम पंचायतें इस प्रोजेक्ट में शामिल की गई हैं। साथ ही मध्यप्रदेश के ग्वालियर, विदिशा, सिंगरोली, राजगढ़, गुना, दमोह, छतरपुर, बड़वानी व जबलपुर जिले की चुनिंदा ग्राम पंचायतें भी इस प्रोजेक्ट में शामिल हैं।
ग्राम पंचायत विकास योजना रिसर्च प्रोजेक्ट में मिशन अंत्योदय में पूर्व से शामिल ग्राम पंचायतों को 30 हजार की आबादी के क्लस्टर के मान से चिन्हित किया गया है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से मानव विकास और समाज के निर्धनतम व्यक्ति का जीवन स्तर ऊँचा उठाने के लिये विशेष प्रयास होंगे। क्षमता निर्माण, प्रशासनिक सुधार और जनभागीदारी से समग्र विकास इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य है।