राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनएससी) के निदेशक ने कहा है कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में हाल की भूकंपीय गतिविधियों को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। निदेशक बी.के. बंसल ने कहा, भूकंप के जोखिम को घटाने के लिए तैयारियां और शमन उपाय करना महत्वपूर्ण है।
बंसल राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भूकंप के जोखिम घटाने के विभिन्न शमन एवं तैयारी के उपायों पर चर्चा के लिए बुलाई गई एक बैठक में बोल रहे थे। एनसीएस निदेशक ने कहा कि दिल्ली के भूकंपीय इतिहास और इसके भूगोल के कारण दिल्ली-एनसीआर में हल्के भूकंप का आना कोई असामान्य बात नहीं है।
हालांकि, दुनिया में कोई सत्यापित प्रौद्योगिकी नहीं है, जिसके जरिए स्थान, समय और तीव्रता के संदर्भ में भूकंप का सटीकता के साथ अनुमान लगाया जा सके। एनडीएमए ने राज्यों से अनुरोध किया है कि वे आगामी निर्माणों को भूकंप रोधी बनाने और कमजोर इमारतों के निर्माण से बचने के लिए इमारत नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराएं।
बता दें, बीते सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.1 मापी गई। पिछले दो महीनों में कई बार दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। इससे पहले दिल्ली में 15 मई को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे हालांकि, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.2 थी। तो इससे पहले 10 मई को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.5 मापी गई थी। तो वहीं, बीते महीने यानी अप्रैल में 12 और 13 तारीख को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 12 अप्रैल को आए भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई थी और 13 अप्रैल को आए भूकंप की तीव्रता 2.7 आंकी गई थी।