दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन की संभावना बृहस्पतिवार को उस वक्त बहुत धूमिल हो गई जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने कहा कि आप तालमेल को लेकर बनी सहमति से पीछे हट गई है। कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी चाको ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और उन्हें गठबंधन को लेकर पहले बनी सहमति से ‘आप के पीछे हटने ‘ के बारे में अवगत कराया।
बाद में चाको ने कहा कि दिल्ली में आप के साथ गठबंधन की संभावना ”लगभग खत्म” हो गई है। उन्होंने कहा, ”मैंने आप नेता संजय सिंह के साथ चर्चा की और हमनें 3-4 के फार्मूले पर सहमति बनाई थी। इस फैसले के बाद आप कुछ और राज्यों में तालमेल की बातचीत करने लगी।” चाको ने कहा, ”आज सुबह आप अपनी बात से पीछे हट गई। मुझे नहीं पता कि क्या वजह है। आप को दिल्ली की जनता को जवाब देना होगा।”
उन्होंने कहा कि दिल्ली में सभी सात सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। इस बीच, आप के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक की जिसमें कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर चर्चा की गई। आप का दावा है कि कांग्रेस दिल्ली में गठबंधन को लेकर गंभीर नहीं है।
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दूसरी तरफ, आप ने यह साफ कर दिया है कि हरियाणा में आप के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत खत्म हो चुकी है। आप ने पहले दिल्ली के साथ हरियाणा में 6-3-1 के फार्मूले के साथ सीटों के तालमेल की पेशकश की थी। अब उसने हरियाणा में जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन के तहत सीटों का ऐलान किया है।
दरअसल, कांग्रेस ने दिल्ली में गठबंधन के लिए 3-4 के फार्मूले की पेशकश की थी, लेकिन आप दिल्ली के साथ हरियाणा में भी गठबंधन पर जोर दे रही थी। आप सूत्रों का पहले यह भी कहना था कि अगर गठबंधन सिर्फ दिल्ली में होगा तो फिर 5-2 फार्मूले पर होगा।