नई दिल्ली : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने नेताजी सुभाष इंस्टीटयूट ऑफ टैक्नोलॉजी (एनएसयूटी) के ओरिएंटेशन समारोह के दौरान शनिवार को यहां एक मल्टी-पर्पज सेंटर का उद्घाटन किया और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम लैक्चर हॉल कॉम्प्लेेक्स और भाभा छात्रावास, नर्मदा छत्रवास की आधारशिला रखी। इस प्रोग्राम में शिक्षामंत्री ने इंस्टीटयूट के 1200 छात्रों के पहले बैच का भी स्वागत किया।
इस पहले बैच की शुरुआत पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने 14 मार्च 2015 को उनकी सरकार द्वारा नेताजी सुभाष इंस्टीटयूट ऑफ टैक्नोलॉजी को विश्वविद्यालय बनाने के लिए कैबिनेट में पारित विधेयक का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा बिल पारित होने पर केंद्र सरकार की तरफ से यह बिल दो साल से अटका हुआ था लेकिन उन्हें खुशी है कि साढ़े चार साल की उनकी मेहनत का आखिरकार आज भुगतान हो गया।
उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि अपने परिवार, अपनी कंपनी, अपने समाज और अपने देश के लिए सपने देखो तभी वे अच्छे इंजीनियर बनने के अलावा अच्छे इंसान बनेंगे। उन्होंने कॉलेज के कुलपति से भी छात्रों को अपने देश के लिए सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया। दिल्ली सरकार ऐसे दिमागों की तलाश में है जो नई चीजों या प्रौद्योगिकी का आविष्कार कर सकते हैं।