दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए मेट्रो और बसों में खड़े होकर यात्रा करने की दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने अनुमति दे दी है। राजधानी में अब बसों और दिल्ली मेट्रो में खड़े होकर भी सफर किया जा सकेगा। मेट्रो की हर कोच में 30 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे। बसों की सीट क्षमता का 50 फीसदी यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे। इस संबंध में डीडीएमए ने आदेश जारी कर लिया है। डीडीएम के इस फैसले से हजारों यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
हाल ही में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने डीडीएमए से मेट्रो और बसों में खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति मांगी थी। साथ ही दूसरी तरफ राजधानी के लोग सार्वजनिक परिवहनों का आसानी से उपयगोग कर सकें इसलिए सरकार ने 1000 बसें किराये पर लेने की घोषणा की है।
कैलाश गहलोत ने की थी अपील
परिवहन मंत्री ने कहा लोगों से अपील करते हुए ट्वीट किया था, 'वाहनों के प्रदूषण पर नियंत्रण लाने के लिए दिल्लीवासियों से निजी वाहनों की अपेक्षा सार्वजनिक वाहनों में यात्रा करने का आग्रह है। सार्वजनिक परिवहन बढ़ाने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार एक महीने के लिए 1,000 बसें किराये पर ले रही है।'
अगले दो दिनों तक दिल्ली-एनसीआर वासियों को मिलेगी खराब हवा से हल्की राहत
हवा की खराब सेहत में सांस लेने को मजबूर दिल्ली-एनसीआर वासियों को रविवार से हल्की राहत मिल सकती है। उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली तेज हवाओं के कारण हवा में मौजूद प्रदूषकों को फैलने में मदद मिलेगी। इससे वायु गुणवत्ता के स्तर में हल्का सुधार होगा। अगले दो दिनों तक अच्छी धूप खिलने व तेज हवाओं के साथ देने के कारण मौसम साफ व खुशनुमा बना रहेगा।
सफर के मुताबिक, बीते सप्ताह से पराली जलने के मामलों में कमी आई है। एक दिन पहले पड़ोसी राज्यों में 752 जगहों पर पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई। इससे उत्पन्न होने वाले पीएम 2.5 की प्रदूषण के हिस्से में न के बराबर हिस्सेदारी रही। इससे एक दिन पहले केवल तीन फीसदी हिस्सेदारी दर्ज की गई थी। सफर का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे में हवा की रफ्तार बढ़ने से दिल्ली-एनसीआर के वातावरण में मौजूद प्रदूषक फैलेंगे। साथ ही दिल्ली समेत दक्षिण-पूर्वी भाग से प्रदूषण को कम होने में मदद मिलेगी।