नई दिल्ली : दिल्ली में अब सड़कों के दोबारा निर्माण में नई तकनीक का इस्तेमाल होगा। इसके तहत सड़क दोबारा बनाने के लिए अब पुरानी सड़क को तोड़ा जाएगा। उससे निकले मटेरियल का इस्तेमाल नई सड़क के निर्माण में होगा। इससे निर्माण लागत में तीस फीसद की कटौती होगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को यह घोषणा रिठाला विधानसभा क्षेत्र के रोहिणी सेक्टर 5, 6,11 16 और 17 के अंतर्गत आने वाली 9, 13, 24 व 30 मीटर सड़कों के निर्माण कार्य के शुभारंभ के दौरान कहीं। उन्होंने कहा यह तकनीक पहले भी थी लेकिन भ्रष्टाचार करने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं होता था।
नई तकनीक से सड़क निर्माण के बाद लोगों के घर नीचे होने और सड़क ऊपर होने की समस्या से भी निजात मिल जाएगी। सीएम ने कहा मुझे बेहद खुशी है यहां इतनी सड़कें एक साथ बन रही हैं। ये सड़कें कई साल से नहीं बनी थी। उन्होंने कहा कि 13 किलोमीटर सड़क को पांच माह में बना दिया जाएगा। मेरी कोशिश होगी कि सड़कें एक दिन पहले बन जाए। इस पूरी प्रक्रिया पर स्वयं केजरीवाल नजर रखेंगे।
कुछ दिनों पहले मैं एक कॉलोनी में गया था। मैंने लोगों से पूछा सड़क बनवा दूं। लोगों ने कहा नहीं सड़क बनेगी तो वह मकान से ऊपर हो जाएगी। फिर सड़क का पानी घर में आ जाएगा। उसी दिन मैंने सोच लिया अब नई तकनीक से ही दिल्ली की सड़कें बनेंगी। अब पुरानी सड़क को तोड़ा जाएगा। उसे नई सड़क में इस्तेमाल किया जाएगा।
जो दुनिया में नहीं हुआ वह केजरीवाल सरकार ने किया : सत्येन्द्र जैन
कार्यक्रम में मौजूद लोकनिर्माण मंत्री सतेन्द्र जैन ने कहा कि दुनिया में आज तक उतने काम नहीं हुए जितने पांच साल में हुए। पांच साल में पूरे भारत में इतने प्राथमिक हेल्थ सेंटर नहीं बने, जितने दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक खुले। 2.80 लाख सीसीटीवी कैमरे कहीं नहीं लगे। दिल्ली में दो लाख स्ट्रीट लाइट लगने जा रही हैं।
दिल्ली और मुंबई की जनसंख्या बराबर है। पूरी मुंबई में डेढ़ लाख स्ट्रीट लाइट हैं। दिल्ली में 21 हजार क्लास रूम बनें। पूरे देश में केन्द्र एवं राज्य मिलाकर भी इतने क्लास रूम नहीं बने। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सड़कों पर देश या विदेश का नागरिक हो, दुर्घटना होने पर दिल्ली सरकार मुफ्त इलाज कराती है।