नई दिल्ली : अक्सर आपने नौकरशाही में अधिकारियों को कर्मचारियों के चक्कर लगवाते देखा होगा। इन दिनों ऐसा ही कुछ दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय में घटित हो रहा है। हालात ये हैं कि शिक्षा निदेशक के पास सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल से ही मिलने तक का समय नहीं है। दरअसल शिक्षा निदेशक कार्यालय में मंगलवार को कुछ ऐसा ही दृश्य देखने को मिला।
जब अपनी समस्या के समाधान के लिए शिक्षा निदेशक से मिलने पहुंचे एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को काफी देर इंतजार कराने के बाद निदेशक से मिलवाए बिना ही चलता कर दिया गया। इस बारे में जब शिक्षा निदेशक से बात की गई तो उन्होंने अपने ऊपर काफी वर्कलोड होने का हवाला दिया।
उन्होंने कहा कि विभाग प्रमुख होने के साथ-साथ उनके पास अन्य कई ब्रांचों की भी जिम्मेदारी है। बैठकों का दौर चल रहा है, ऐसे में समय निकाल पाना मुश्किल हो रहा है। दरअसल मंगलवार को शाम लगभग 4.30 बजे एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल किसी समस्या के चलते शिक्षा निदेशक बिनय भूषण से मिलने पहुंचे थे, लेकिन यहां उनकी समस्या हल होने के बजाए और बढ़ गई।
इतना ही नहीं निदेशक कार्यालय में तैनात अन्य बाबुओं द्वारा उनसे बेतूके सवाल पूछे गए। यहां तक कि उन्हें पहले अपनी समस्या पर्ची पर लिखने के लिए कहा गया। हालांकि बाद में उन्हें शिक्षा निदेशक के बैठक में होने का हवाला देकर कल आने के लिए कहा गया। इसके बाद प्रिंसिपल को निराश वापस लौटना पड़ा।
– दिनेश बेदी