नई दिल्ली : कांग्रेस ने बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने के भारतीय जनता पार्टी के फैसले को एकतरफा बताते हुए कहा कि विपक्षी दल 22 जून को इस बारे में अपना फैसला लेंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उम्मीदवार का नाम तय करने के बाद इसकी जानकारी दी है।
पार्टी को ऐसी अपेक्षा नहीं थी। लगता है कि सिर्फ औपचारिकता निभाने के लिए कांग्रेस नेताओं को जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा का एकतरफा निर्णय है, यद्यपि वह इस तरह का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है। श्री आजाद ने कहा कि श्रीमती गांधी की अध्यक्षता में 22 जून को विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक होगी जिसमें राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि श्रीमती गांधी ने पिछले माह 18 राजनीतिक दलों के नेताओं से दिन के भोज पर राष्ट्रपति उम्मीदवार के बारे में चर्चा की थी और यह फैसला लिया गया था कि इस संबंध में सभी दल मिलकर निर्णय लेंगे। श्रीमती गांधी को विचार विमर्श के लिए एक उपसमूह गठित करने के लिए अधिकृत किया गया था और इस उपसमूह की भी बैठक हुई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस बीच भाजपा तथा सरकार ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के बारे में विपक्ष से बातचीत के लिए मंत्रियों की तीन सदस्यीय समिति गठित की थी ताकि आम सहमति बनाई जा सके।
इन मंत्रियों ने विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं से संपर्क किया। श्रीमती गांधी से भी गृहमंत्री राजनाथ सिंह और सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने बातचीत की थी। उम्मीद थी कि वे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए कुछ नाम सुझाएंगे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और कहा कि इस संबंध में निर्णय लेकर जानकारी देंगे।
श्री आजाद ने कहा कि उम्मीद थी कि उम्मीदवार का नाम घोषित करने से पहले यह जानकारी दी जाएगी ताकि विभिन्न दल उस पर विचार-विमर्श कर सकें लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि विपक्ष एकजुट है और बैठक में इस संबंध में फैसला लिया जाएगा।