नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा सत्र के अंतिम दिन मंगलवार को दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी बिल सदन में सर्व सम्मति से पास हो गया। इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारा मकसद है कि दिल्ली के हर युवा को रोजगार मिले। यह बिल इस मकसद को पूरा करेगा। इससे दिल्ली के युवाओं को रोजगार मिलेगा। यह यूनिवर्सिटी दुनियाभर में रिसर्च कर रोजगार के अवसरों की तलाशेगी और फिर उनसे संबंधित कोर्स को लागू करेगी।
इस यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले युवाओं को नई जरूरत व उद्योगों के हिसाब से तैयार किया जायेगा। जिससे देश के युवाओं के सामने मौजूद बेरोजगारी की समस्या समाप्त होगी। सीएम ने कहा कि इस यूनिवर्सिटी का दूसरा माइलस्टोन यह होगा कि उसमें केवल एडमिशन लेने वाले नहीं बल्कि दिल्ली के एक-एक युवा को रोजगार दिलाने की कोशिश की जायेगी। यह केवल दिल्ली के अंदर ही नहीं बल्कि पूरे देश व दुनिया के अंदर रोजगार की संभावनाएं तलाशेगी।
कहां किस तरह की संभावनाएं हैं और किस तरह की संभावनाएं पैदा की जा सकती हैं। इन चीजों पर यूनिवर्सिटी काम करेगी। जहां-जहां इस तरह की संभावनाएं दिखाई देंगी। उसके लिए अपने युवाओं को तैयार करेगी। इस बारे में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि लगभग 2.25 – 2.5 लाख छात्र प्रतिवर्ष दिल्ली के निजी और सरकारी स्कूलों से पास आउट होते हैं।
जब हमने 2015 में सरकार बनाई थी तब केवल 1.1 लाख छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला था। हमने सीटों को बढ़ाकर 1.6 लाख कर दिया है। यह विश्वविद्यालय न केवल नौकरी चाहने वालों को बल्कि नौकरी देने वालों को भी पैदा करेगा। विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फिनलैंड और ब्राजील में स्थित अत्याधिक सफल मॉडल का अनुकरण करेगा।
ओखला में होगा यूनिवर्सिटी का मुख्यालय
इस यूनविर्सिटी का मुख्यालय ओखला स्थित टेली टूल इंजीनियरिंग काॅलेज में स्थापित होगा। इसके कोर्स व फीस को डिजाइन करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम बनेगी। इतना ही नहीं इसमें दिल्ली के सभी आईआईटी और पॉलिटेक्निक सेंटर को मर्ज किया जाएगा। इससे स्कूल स्तर से बच्चे स्किल बेस्ड कोर्स करने के लिए प्रेरित होंगे।
85% सीटें दिल्ली के लिए
इस यूनिवर्सिटी मे 85 प्रतिशत सीटें दिल्ली के बच्चों के लिए आरक्षित होंगी। इसमें डिप्लोमा से लेकर रिसर्च तक की पढ़ाई होगी और छह माह से लेकर दो वर्ष तक के कोर्स होंगे। यह देश में अपनी तरह का पहला विश्वविद्यालय होगा जहां बेस्ट इंडस्ट्रियल गतिविधियों अपनाने के लिए औद्योगिक विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा।