इंडियो एयरलाइंस के कथित रूप से यात्रियों से दुर्व्यवहार और स्टाफ के असहयोग के मामले में पर संसदीय कमेटी ने फटकार लगाई। कमेटी ने माना है कि एयरलाइंस का व्यवहार खराब रहा है, एयरलाइंस ने यात्रियों से सही तरह से बातचीत और सहयोग नहीं किया है। कमेटी ने कहा कि ये निजी समस्या नहीं है, ये एक संस्थागत समस्या है। इसके अलावा कमेटी ने इंडिगो के चेयरमैन द्वारा दिए गए उस तर्क को भी नकारा है। जिसमें उन्होंने कहा था कि चूंकि हम छोटे शहरों और कस्बों से लोगों को नौकरी देते हैं इसलिए कुछ ही समय में उन्हें सही इंग्लिश नहीं आती है।
कमेटी ने आपत्ति जताई है, उन्होंने कहा कि आप ये नहीं कह सकते हैं कि हमारे सरकारी स्कूल अच्छे बच्चे तैयार नहीं करते हैं। उन्हें ट्रेन करना आपकी जिम्मेदारी है। इसके अलावा भी कमेटी ने भीड़, टिकटों के लिए लाइन के अलावा अन्य कई मुद्दों पर भी एयरलाइंस को फटकार लगाई है। आपको बता दें कि बीते दिनों कई हस्तियों ने इंडिगो की फ्लाइट में दुर्व्यवहार का मुद्दा उठाया। हाल ही में गुरुवार को भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने अपनी एक परिचित महिला को इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट में हुई परेशानी का मामला उठाया था।
ज्वाला के ट्वीट के बाद एयरलाइंस ने इस मामले में माफी भी मांगी थी। इसी साल 2 जनवरी को क्रिकेटर उनमुक्त चंद को भी अपनी उड़ान के दौरान परेशानी से गुजरना पड़ा था। उनकी फ्लाइट को तकनीकी कारणों से इंदौर में रोक दिया गया था। हालांकि, उनमुक्त ने शिकायत करने की बजाय कहा था कि ऐसे मामलों में धैर्य ही रखा जा सकता है। इससे पहले, बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु को भी एक उड़ान में परेशानी का सामना करना पड़ा था। उन्होंने बीते वर्ष नवंबर 2017 में कहा था कि मुंबई जाने के दौरान उनके साथ ग्राउंड स्टाफ अजितेश ने खराब बर्ताव किया था। हालांकि, इंडिगो ने कहा था कि हमारा कर्मचारी अपना काम कर रहा था। पीवी सिंधु फ्लाइट 6 ई 608 (हैदराबाद से मुंबई) पर सवार हुईं। उनका लेगज ओवरसाइज था, जो सामान रखने की जगह के लिए फिट नहीं था। उनसे कहा गया कि उनके सामान को हम कार्गो में रखवा देते हैं। सभी कस्टमर्स के लिए एक जैसे नियम हैं।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें।