नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने पहले आम बजट में महिलाओं के लिए बड़ी योजना का ऐलान किया। सीतारमण ने कहा कि भारत की महिलाएं “नारी तू नारायणी’ के कथन को साबित करती हैं। उन्होंने ऐलान किया कि महिला स्व-सहायता समूह (एसएचजी) की जन-धन खाते वाली सदस्यों को 5 हजार तक के ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाएगी। उधर, युवाओं के लिए उन्होंने विश्वस्तरीय संस्थान बनाएं जाएंगे। इसके लिए बजट में 400 करोड़ का प्रावधान रखा गया।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत की महिलाएं “नारी तू नारायणी’ के कथन को साबित करती हैं। हमारी सरकार विश्वास करती है कि महिलाओं की बढ़ी हुई भागीदारी के साथ हम विकास कर सकते हैं। भारत के आर्थिक विकास की गाथा, खासतौर से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं का योगदान एक मधुर गाथा है। महिलाओं का अहम योगदान है। देश के योगदान में महिलाओं के मूल्यांकन, भागादारी को बढ़ाने और सुविधाओं के संबंध में सुझाव देने के लिए एक समिति गठित की जाएगी।’
देश के सभी जिलों में लागू होगा स्व-सहायता कार्यक्रम
“हाल के चुनाव में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने रिकॉर्ड मतदान किया। हमारे पास सदन में 78 महिला सांसद हैं, यह भी रिकॉर्ड संख्या है। इसके चलते हमारी सोच अब महिला केंद्रित योजनाओं के निर्माण से आगे बढ़कर महिलाओं के नेतृत्व में नई शुरुआतों और अभियानों तक पहुंच गई है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि दुनिया की समृद्धि तब तक नहीं हो सकती है, जब तक महिलाओं की स्थिति बेहतर नहीं होती। सरकार ने महिला आंत्रप्रेन्योरशिप को मुद्रा योजना, स्टार्ट अप इंडिया और स्व-सहायता समूह जैसी योजनाओं से संबल दिया है। महिला उद्यमियों को और ज्यादा प्रोत्साहित करने के लिए स्व-सहायता समूह कार्यक्रम को देश के सभी जिलों में लागू किया जाएगा।’
1 लाख तक का मुद्रा लोन
वित्त मंत्री ने कहा कि एसएचजी के हर प्रमाणिक सदस्य, जिसके पास जन-धन खाता है, उसे 5 हजार रुपए ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाएगी। हर एसएचजी की एक सदस्य को मुद्रा योजना के तहत एक लाख रुपए तक का ऋण देने की सुविधा दी जाएगी।
युवा आधुनिक स्किल को बढ़ावा
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का ध्यान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, थ्री-डी प्रिंटिंग, वर्चुअल रिएलिटी और रोबोटिक्स जैसी आधुनिक युग की स्किल्स से युवाओं को लैस करना है। इसके जरिए युवाओं को विदेशों में उच्च वेतन वाली नौकरियां हासिल करने में सुविधा होगी।