नई दिल्ली : दो हिस्सों में दौड़ रही दिल्ली मेट्रो की सबसे लंबी पिंक लाइन अगले साल अक्टूबर तक आपस में जुड़ जाएगी। दरअसल पिंक लाइन के रूट में 108 घर आ रहे थे, जिस कारण त्रिलोकपुरी से मयूर विहार पॉकेट-1 के बीच मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण नहीं हो पाया था। रास्ते में आ रहे इन घरों को हटाने के लिए कोर्ट के फैसले के तहत प्रक्रिया शुरू की गई। फिलहाल इन सभी 108 घरों को फ्लैट आबंटित कर दिया गया है।
मेट्रो से मिली जानकारी के अनुसार रास्ते से 108 घरों को हटने के बाद अक्टूबर 2019 तक त्रिलोकपुरी से मयूर विहार पॉकेट-1 के बीच मेट्रो कॉरिडोर का काम शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि करीब इस कॉरिडोर को बनाने में करीब एक साल का समय लग जाएगा। उम्मीद है कि अक्टूबर 2020 तक इस रूट पर निर्माण कार्य पूरा भी हो जाएगा।
निर्माण कार्य खत्म होने के बाद नवंबर 2020 तक इस रूट को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों मेट्रो स्टेशन को आपस में जोड़ने के बाद पिंक लाइन एक हिस्से में दौड़ पाएगी। बता दें कि फेज-3 में बनाई गई मेट्रो की पिंक लाइन दो हिस्सों में चल रही थी।
13 को सौंपेगें रिपोर्ट…
दिल्ली मेट्रो के मुख्य प्रवक्ता अनुज दयाल ने बताया कि त्रिलोकपुरी में आंबटित हुए फ्लैट से संबंधति रिपोर्ट 13 अगस्त तक सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि जिन्हें फ्लैट दिए गए हैं उसे संबंधित अन्य जानकारी कोर्ट में विचाराधीन हैं हम उस संबंध में कुछ नहीं कर सकते हैं।
भूमि पर विवाद…
दिल्ली मेट्रो के पिंक लाइन पर मयूर विहार से त्रिलोकपुरी के बीच जमीन विवाद के कारण 1.5 किलोमीटर का यह सेक्शन लंबे समय से अटका हुआ था। यहां जमीन न मिलने के कारण पिंक लाइन को दो हिस्सों में शुरू करना पड़ा।