बीजेपी के सांसद प्रवेश वर्मा ने लोकसभा में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर वादों से पलटने का आरोप लगाया। प्रवेश वर्मा ने मंगलवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री वोट बैंक की राजनीति करते हैं और शहीद हुए कोरोना योद्धाओं का धर्म देखकर उनके परिजनों को सहायता राशि देते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में पीड़तों की सेवा में ड्यूटी निभाते हुए 300 कोरोना योद्धाओं की जान चली गयी जिनमें चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस के जवान और सफाईकर्मी थे। इन शहीदों के परिवारों को अरविंद केजरीवाल ने एक करोड़ रुपये की सहायता देने की घोषणा की थी लेकिन अब तक सिर्फ पांच शहीदों को यह राशि दी गयी है। श्री केजरीवाल पंजाब में वादे कर रहे हैं लेकिन दिल्ली में यहां वादों से पलट जाते हैं।
कांग्रेस ने की सेना के जवानों की तरह अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को सुविधाएं देने की मांग
कांग्रेस के रवनीत सिंह ने शून्यकाल में सरकार से अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को सेना के जवानों की तरह सुविधाएं और भत्ते देने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि अर्द्धसैनिक बलों के जवान विपरीत और कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं और सेना की ही तरह देश की रक्षा में जुटे रहते हैं। लेकिन वह सेना को मिलने वाली सुविधाओं से महरूम हैं। उन्हें सेना की तरह पेंशन, छुट्टियां आवास जैसी सुविधाएं प्राथमिकता के तहत मिलनी चाहिए।
रवनीत सिंह ने कहा कि सुविधाओं की कमी और कठिन हालात की वजह से पिछले वर्ष 134 जवानों के खुदकुशी की। इसके अलावा बड़ी संख्या में जवान नौकरियां छोड़ रहे हैं जो चिंता का विषय है। ऑल इंडिया मजलिसे इत्तहादुल मुस्लमीन के सय्यद इम्तियाज जलील ने शून्यकाल में दुर्लभ बीमारियों से जूझ रहे गरीब बच्चों और महिलाओं को इलाज के लिए सरकारी मदद देने की मांग की।
उन्होंने कहा कि दुर्लभ बीमारियां बीमा में दायरे में नहीं आती और न ही ऐसी बीमारियां सरकार के मुफ्त इलाज की योजनाओं में शामिल हैं। इन बीमारियों से जूझ रहे गरीब परिवारों के बच्चे और महिलाएं महंगा इलाज और दवा लेने में असमर्थ हैं और तिल तिल मरने को मजबूर हैं।