कांग्रेस ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार रात हुई हिंसा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया तथा आरोप लगाया कि इस तरह से सरकार प्रायोजित हिंसा कर विश्वविद्यालयों में डर का माहौल पैदा किया जा रहा है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा, ‘‘दुनिया में भारत की छवि एक उदार लोकतांत्रिक देश की है। मोदी-शाह के गुंडे विश्वविद्यालयों में तोड़फोड़ कर रहे है और अपने उज्ज्वल भविष्य की तैयारियों में जुटे छात्रों में भय पैदा किया जा रहा है।’’
India has an established global reputation as a liberal democracy. Now Modi-Shah’s goons are rampaging through our universities, spreading fear among our children, who should be preparing for a better future..1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) 5 जनवरी 2020
प्रियंका गांधी ने कहा कि एम्स में भर्ती जेएनयू के घायल छात्रों ने उन्हें बताया कि डंडों तथा हथियारों से लैस गुंडों ने परिसर में घुसकर उपद्रव मचाया जिसमें कई छात्रों को गहरी चोटें आयी है। एक छात्र ने यह तक कहा कि पुलिस ने उसे कई किक मारी है। बाद में कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने पत्रकारों से कहा कि जेएनयू में कल रात सरकार प्रायोजित हिंसा हुई जो मोदी-शाह के इशारे पर हुई है।
उन्होंने कहा कि इस हमले में छात्रों को ही नहीं बल्कि अध्यापकों को भी पीटा गया जिसमें प्रोफेसर सावंत शुक्ल, प्रो सुचित्रा सेन, प्रो अतुल सूद, प्रो एस मजूमदार सहित कई लोग घायल हो गये। कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि उन्होंने तीन घंटे तक चले हिंसा के इस मंत्रर को नजदीक से देखा है। उन्होंने कहा कि हमलावर ‘वामपंथियो को मारो’ जैसी बातें कर रहे थे। श्री राज ने दावा किया कि उनके पास घटना का वीडियो भी है।