नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने विकासपुरी इलाके में गुरुवार रात घर से बाहर बुलाकर कार में प्रॉपर्टी डीलर अमित कोचर की गोलियों से भूनकर हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। वारदात को कुख्यात गैंगस्टर मंजीत महल के भांजे सूर्या के गुर्गों ने अंजाम दिया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सूर्या ने अपना-अलग गिरोह बनाया है। जिसमें करीब एक दर्जन से अधिक बदमाश शामिल हैं। पुलिस ने हत्या के आरोप में 16 साल के एक नाबालिग किशोर को पकड़ा है। आरोपी ने बताया कि सूर्या गिरोह ने अमित से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी।
नहीं देने पर उसकी हत्या कर दी गई। वारदात में मंजीत महल का भांजा लोकेश उर्फ सूर्या सहित पांच बदमाश शामिल थे। आरोपी नाबालिग इससे पहले भी हत्या का प्रयास व रंगदारी के पांच मामले में शामिल रह चुका है। पुलिस को आरोपी के पास से तीन पिस्टल, 21 कारतूस व भिवाड़ी से लूटी गई एक क्रेटा एसयूवी कार बरामद की है। पुलिस लोकेश और उसके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है। डीसीपी डॉ. जॉय ट्रिकी ने बताया कि विकासपुरी निवासी अमित कोचर (35) प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। सूर्या गैंग ने अमित से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी।
अमित ने रकम देने से इनकार कर दिया था। गत 13 जून की रात अमित घर पर मौजूद था। किसी ने घर की डोरबेल बजाई। वह घर से बाहर आया तो व्यक्ति ने बताया कि उसकी कार के कारण रास्ता जाम हो रहा है। जैसे ही वह कार में बैठा दूसरी ओर से सूर्या बैठ गया। सूर्या ने अमित से रंगदारी के रुपए के बारे में बात की व कहासुनी के बाद रात करीब 10.50 बजे अमित की नौ गोलियां मारकर हत्या कर दी। पुलिस को मौके से सात खोखे मिले थे। विकासपुरी थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच क्राइम ब्रांच को सौप दी गई।
इलाके में उभर रहा सूर्या गैंग
क्राइम ब्रांच की टीम को जांच में पता चला कि कुख्यात गैंगस्टर मंजीत महल का भांजा अपना गिरोह बनाकर चला रहा है। कई संगीन वारदातों को अंजाम भी दे चुका है। इस वारदात को भी सूर्या और उसके साथियों ने मिलकर अंजाम दिया है।
एसीपी अरविंद यादव के नेतृत्व में एसआई आशिष कुमार, एचसी विकास, सतेंद्र, कांस्टेबल रामबीर, परमिंदर, विकरम, रंजीत, भूपेंद्र आदि ने नाबालिग को रोहिणी सेक्टर-35 से दबोच लिया। वह लूट की एसयूवी कार में सवार होकर आया था।
पुलिस टीम पर चलाई गोली, आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने जब आरोपी को सरेंडर करने के लिए कहा तो उसने कार से निकल कर भागने लगा। पुलिस ने पीछा किया तो उसने पुलिस टीम पर एक गोली चलाई। पुलिस ने पीछा कर उसे किसी तरह काबू किया। तीन पिस्टल और 20 कारतूस बरामद हुई हैं। कार को राजस्थान के भिवाड़ी से लूटा था।
इससे पहले वह पांच वारदात को अंजाम दे चुका है। वर्ष 2018 में बिंदापुर में एक डॉक्टर से भी एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी। नजफगढ़ के बाबा हरिदास थाना क्षेत्र में इसी वर्ष फरवरी महीने में गोली मारकर घायल कर दिया था।