कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को दो महीने होने को हैं, लेकिन अभी तक अन्नदाताओं की समस्या का समाधान नही निकला। इस बीच कृषि कानूनों को लेकर शुरू से ही केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे। इस दौरान राहुल कृषि कानूनों पर एक बुकलेट जारी करेंगे।
बता दें कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसान संगठनों और सरकार के बीच दसवें दौर की वार्ता अब 20 जनवरी को होगी। केंद्र ने कहा है कि दोनों पक्ष जल्द से जल्द गतिरोध सुलझाना चाहते हैं लेकिन अलग विचारधारा के लोगों की संलिप्तता की वजह से इसमें देरी हो रही है।
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सरकार ने यह दावा किया कि नए कृषि कानून किसानों के हित में हैं और कहा कि जब भी कोई अच्छा कदम उठाया जाता है तो इसमें अड़चनें आती हैं। सरकार ने कहा कि मामले को सुलझाने में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि किसान नेता अपने हिसाब से समाधान चाहते हैं।
गौरतलब है कि कृषि और संबद्ध क्षेत्र में सुधार लाने के मकसद से केंद्र सरकार ने कोरोना काल में कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार कानून 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) कानून 2020 लाए। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल इन कानूनों के अमल पर रोक लगा दी है और मसले के समाधान के लिए विशेषज्ञों की एक कमेटी का गठन कर दिया।