दिल्ली-एनसीआर में हो रही बारिश से मौसम सुहावना हो गया, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। बारिश होने की वजह से सड़कों पर जलजमाव हो गया। जिसके चलते सुबह ऑफिस जाने वाले लोगों को यातायात जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पहले ही आशंका जताई थी कि दिल्ली में शुक्रवार से बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा और अगले 4-5 दिन तक जारी रहेगा। सुबह-सुबह आसामान में काले बादल छा गए और लगा जैसे दिन में ही अंधेरा छा गया। बारिश की वजह से कई इलाकों में जलभराव देखने को मिल रहा है।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों ने कहा कि उसके कर्मी जलभराव की समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझा रहे हैं।पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने कहा कि विभाग के कर्मी समस्या को सुलझाने में लगे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सुबह के वक्त बहुत तेज बारिश हुई, इसके कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया। हमारे कर्मी इसे ठीक करने में जुटे हैं और हम हालात पर नजर रख रहे हैं।’’यातायात पुलिस ने कई ट्वीट किए जिनमें कहा, ‘‘मिंटो ब्रिज पर जलभराव के कारण यातायात बंद किया गया है, कृपया यहां जाने से बचें।’’इसमें आगे कहा गया, ‘‘जलभराव के कारण मूलचंद अंडरपास पर यातायात प्रभावित है।
आजाद मार्केट अंडरपास को 1.5 फुट जलभराव के कारण बंद किया गया।’’ भारी बारिश के कारण पुल प्रह्लादपुर अंडरपास, लाजपतनगर, जंगपुरा, आईटीओ, प्रगति मैदान, संगम विहार, रोहतक रोड, मंगोलपुरी, किराड़ी और मालवीय नगर में भी सड़कों पर जलभराव की समस्या हुई। दक्षिण दिल्ली में महरौली-बदरपुर रोड पर जलभराव के कारण यातायात प्रभावित हुआ। आजादपुर अंडरपास पर भी भारी बारिश से जलजमाव की वजह से यातायात बंद कर दिया गया है।
IMD से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला ने पिछले 24 घंटों में आज सुबह 8.30 बजे तक 138.8 मिमी बारिश दर्ज की। यह इस मौसम की सबसे अधिक एक दिवसीय बारिश है। मौसम विशेषज्ञों ने कहा कि इस महीने के अंतिम 10 दिन में ‘अच्छी बारिश’ होने की संभावना है और इससे राजधानी में जो बारिश की जो कमी हुई है, वह पूरी हो जाएगी।सामान्य तौर पर दिल्ली में अगस्त के महीने में 247.7 मिमी बारिश होती है। आईएमडी ने इस महीने दिल्ली में सामान्य बारिश का अनुमान लगाया था।
जब मानसून हिमालय की तलहटी के करीब पहुंच जाता है तो देश के अधिकतर इलाकों में बारिश में गिरावट होती है। इस दौरान हिमालय के तलहटी के इलाकों, पूर्वोत्तर भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप के हिस्सों में बारिश बढ़ जाती है।