भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अब यूपी गेट पर लगी बैरिकेडिंग के लिए फिर से बयान बदला है। अब उन्होंने यहां लगी बैरिकेट के लिए सीधे केंद्र सरकार यानि मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। इसके लिए उन्होंने यूपी गेट पर लगी बैरिकेट्स पर बकायदा हरे रंग से इसे लिख भी दिया है। जिन जगहों से बृहस्पतिवार को टेंट हटाया गया वहां लगे बैरिकेड पर शुक्रवार की सुबह राकेश टिकैत हरा रंग लेकर ये लिखते भी देखे गए।
पेंट से लिखा स्लोगन
राकेश टिकैत ने इसके पीछे दलील दी है कि रास्ते में रुकावट उनके तंबू से नहीं बल्कि दिल्ली पुलिस के बैरियर से आई। तंबू हटाने का मकसद इसी सच को उजागर करना है। पुलिस की तरफ से पहले की तरह बैरीकेडिंग शुक्रवार को भी लगी रही। किसान नेता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को बैरीकेडिंग में पेंट से स्लोगन लिख दिया है कि यह रास्ता मोदी सरकार ने बंद किया है।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद एनएच-9 की सर्विस लेन को किया खाली
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसानों ने तंबू हटाने का काम किया। इस दौरान किसान बताते रहे कि तंबू के बराबर से ही एंबुलेंस और अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए जगह दी गई थी। इसके बराबर में दिल्ली पुलिस ने बैरियर लगा रखे हैं। इन बैरियर से ही सर्विस लेन ब्लॉक हो गई। अगर दिल्ली पुलिस बैरियर हटा ले तो कोई बाधा ही न रहे। दिल्ली के रास्ते में एक्सप्रेस वे पर भी पुलिस ने बैरियर लगाकर रास्ता रोक रखा है।
आंदोलन जारी… सड़क किनारे बैठे रहेंगे किसान
तंबू हटाने के बाद किसानों ने साफ किया कि आंदोलन पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। जैसे पहले किसान सड़क किनारे बैठकर विरोध जता रहे थे, वैसे ही अब भी बैठे हैं। किसानों ने कहा कि आंदोलन का मकसद कृषि कानूनों की वापसी कराना है। इसके पूरा होने तक आंदोलन जारी रहेगा।राकेश टिकैट ने कहा कि आंदोलन में आगे की रणनीति बनाई जा रही है। संयुक्त किसान मोर्चा तय करेगा कि किसानों का कहां जाना है और क्या करना है।
लगाएंगे पोस्टर, भारत सरकार ने रोका रास्ता
राकेश टिकैत ने कहा कि तंबू हटाने के बाद अगला कदम पुलिस के बैरियरों पर पोस्टर लगाना होगा। इन पर लिखा होगा कि रास्ता भारत सरकार ने रोका है। दिल्ली जाने वाले एक्सप्रेस वे और एनएच-9 पर किसानों की ओर से रास्ते पहले से खुले हुए हैं।
गाजीपुर बार्डर खाली करने की फैलाई जा रही अफवाह
भाकियू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बयान जारी करते हुए कहा कि कुछ समय से यह अफवाह फैलाई जा रही है कि गाजीपुर बार्डर खाली किया जा रहा है। यह निराधार है।किसान सड़क किनारे बैठे हैं। मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान कहीं नहीं जा रहे हैं।